प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) के सरसंघचालक Mohan Bhagwat को उनके 75वें जन्मदिवस पर शुभकामनाएं देते हुए उन्हें राष्ट्र और समाज के लिए एक प्रेरणादायी व्यक्तित्व बताया। PM Modi ने एक विस्तृत ब्लॉग पोस्ट लिखकर Mohan Bhagwat के RSS सफर, उनके नेतृत्व और उनके विचारों पर प्रकाश डाला और कहा कि Bhagwat Ji ने संगठन को उसके “Most Transformative Phase in 100 Years” तक पहुँचाया है।
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Vasudhaiva Kutumbakam की भावना और राष्ट्र सेवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में Twitter) पर लिखा कि “Vasudhaiva Kutumbakam” के सिद्धांत से प्रेरित होकर Mohan Bhagwat ने अपना पूरा जीवन समाज परिवर्तन और भाईचारे की भावना को मजबूत करने में समर्पित किया है। प्रधानमंत्री ने प्रार्थना की कि “Mohan Ji का जीवन लंबा और स्वस्थ रहे ताकि वे Maa Bharti की सेवा में लगातार जुड़े रहें।”
RSS यात्रा और पारिवारिक पृष्ठभूमि
अपने ब्लॉग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Mohan Bhagwat की शुरुआती यात्रा को याद किया और बताया कि उनके पिता Madhukarrao Bhagwat का राष्ट्र निर्माण के प्रति जुनून उनके जीवन को दिशा देने में सबसे बड़ी प्रेरणा रहा। मोदी ने लिखा, “ऐसा लगता है मानो एक Parasmani ने दूसरे Parasmani को गढ़ा।”
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Pracharak की असली परिभाषा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि RSS में Pracharak होना केवल प्रचार करने का नाम नहीं, बल्कि यह परंपरा संगठन की आत्मा है। Bhagwat Ji के शुरुआती वर्ष आपातकाल (Emergency) जैसे कठिन समय में बीते, जब उन्होंने महाराष्ट्र के विदर्भ सहित कई ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में सेवा और संगठनात्मक कार्य किया।
RSS में विभिन्न भूमिकाएं और नेतृत्व
Mohan Bhagwat ने RSS में कई जिम्मेदारियां निभाईं – Akhil Bharatiya Sharirik Pramukh, फिर Sarkaryawah (2000) और अंततः Sarsanghchalak (2009 से अब तक)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि Bhagwat Ji ने हर भूमिका को गहरी समझ और दक्षता से निभाया। उनके कार्यकाल में RSS ने न सिर्फ संगठनात्मक स्तर पर बदलाव देखे बल्कि प्रशिक्षण, पोशाक और सामाजिक जुड़ाव में भी आधुनिक दृष्टिकोण अपनाया।
Most Transformative Phase in 100 Years of RSS
PM Modi के अनुसार, Mohan Bhagwat का कार्यकाल RSS के सौ वर्षों के इतिहास में सबसे बड़ा परिवर्तनकारी काल रहा है। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने टेक्नोलॉजी के उपयोग पर बल दिया और Swayamsevaks को प्रेरित किया कि कठिनाई के बावजूद समाज सेवा जारी रखें।
व्यक्तिगत गुण और जन-आंदोलनों से जुड़ाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने Mohan Bhagwat की सादगी, उनकी soft-spoken nature और youth connect की विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि Bhagwat Ji ने Swachh Bharat Mission, Beti Bachao Beti Padhao जैसे राष्ट्रीय अभियानों में RSS परिवार को सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
उनके “Panch Parivartan” framework – सामाजिक समरसता, पारिवारिक मूल्य, पर्यावरण चेतना, राष्ट्रीय आत्मबोध और नागरिक कर्तव्य – को भी राष्ट्र कल्याण का आधार बताया गया।
संगीत, पठन और व्यक्तिगत रुचियां
प्रधानमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि Mohan Bhagwat विभिन्न भारतीय वाद्ययंत्र बजाने में दक्ष हैं और उनका पठन-पाठन का शौक उनके भाषणों और वार्तालाप में झलकता है।
RSS शताब्दी और राष्ट्रीय संदेश
इस वर्ष RSS अपनी शताब्दी मना रहा है और यह संयोग है कि Vijaya Dashami, Gandhi Jayanti और Lal Bahadur Shastri Jayanti भी इसी समय आते हैं। मोदी ने कहा कि Mohan Bhagwat जैसे wise और hardworking Sarsanghchalak के नेतृत्व में RSS राष्ट्र निर्माण की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
अंत में PM Modi ने कहा: “Mohan Ji एक जीवंत उदाहरण हैं ‘Vasudhaiva Kutumbakam’ के। जब हम सबको अपना मानते हैं, तो समाज में विश्वास, भाईचारा और समानता मजबूत होती है।”