नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क।
अमेरिका ने ‘चेकमेट’ इवेंट के पहले चरण में भारत को 5-0 से मात दी, लेकिन इस मुकाबले का सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करने वाला पल था हिकारु नाकामुरा का D. गुकेश के खिलाफ जीत के बाद विवादित इशारा।
A grown man tossing his opponent’s King who’s half his age into the crowd. Real classy, Hikaru. The hate Magnus and Hikaru have for India’s Gukesh is just unreal.#Chess pic.twitter.com/aZ2HOxiSJH
— Meru (@MeruOnX) October 5, 2025
मुकाबले का सार
विश्वनाथ चैम्पियन D. गुकेश का सामना करते हुए, विश्व रैंकिंग में दूसरे नंबर पर मौजूद हिकारु नाकामुरा ने शानदार प्रदर्शन किया और 19 वर्षीय भारतीय युवा को पराजित किया। अमेरिका ने पूरी टीम के संयम और दबाव में भी बेहतरीन खेल दिखाते हुए पूरे मुकाबले में विजय दर्ज की। भारत, जो काले मोहरे खेल रहा था, पूरी तरह से तालमेल बिठा नहीं पाया।
साथ ही, ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी को फैबियानो कारुआना ने हराया, दिव्या देशमुख को कैरिसा यिप ने मात दी, इंटरनेशनल मास्टर लेवी रोज़मान ने सागर शाह को हराया और युवा ईथन वाज़ को तानी अदेवुमी ने पराजित किया।
विवादित इशारा
नाकामुरा ने जीत सुनिश्चित करने के तुरंत बाद गुकेश के राजा के मोहरे को दर्शकों की ओर फेंक दिया। यह कार्य अचानक और स्पॉन्टेनियस लग रहा था, जिसने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया पैदा कर दी। कई दर्शकों ने इसे अनुचित और असम्मानजनक करार दिया।
वहीं, कुछ का मानना है कि आयोजकों ने लाइव इवेंट में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए हल्की ड्रामेटिक एक्टिविटी की अनुमति दी थी, जैसे कि मोहरे को गिराना या फेंकना।
गुकेश की सराहना
इस विवाद के बावजूद, D. गुकेश को वैश्विक शतरंज समुदाय से मजबूत समर्थन मिला। उनके संयम और प्रतिस्पर्धात्मक स्पिरिट की जमकर तारीफ हुई। विश्व चैम्पियन, वर्तमान में विश्व रैंकिंग में 11वें स्थान पर, भारत की अगली लड़ाई में टीम का नेतृत्व करेंगे जब चेकमेट का दूसरा चरण भारत में आयोजित होगा।
भविष्य की तैयारियाँ
नाकामुरा का यह प्रदर्शन उस समय आया जब कुछ महीने पहले गुकेश ने नार्वे शतरंज 2025 में मैग्नस कार्लसन को हराकर एक वायरल मोमेंट पैदा किया था, जिसके दौरान नॉर्वेजियन स्टार का असामान्य दृश्य सामने आया था।
भारत में दूसरे चरण का मुकाबला रोमांचक रहेगा, न केवल खेल के स्तर पर बल्कि दोनों खिलाड़ियों के बीच बढ़ती प्रतिस्पर्धा और फैंस की निगरानी के कारण भी।