नई दिल्ली(New Delhi)। Sachin Yadav Javelin Throw: World Athletics Championships Tokyo 2025 में भारत को एक नया हीरो मिला है। 25 वर्षीय Sachin Yadav ने पुरुषों की भाला फेंक (javelin throw) फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथा स्थान हासिल किया और देश का नाम रोशन किया।
इस दौरान उन्होंने भारत के स्टार एथलीट और Tokyo Olympics गोल्ड मेडलिस्ट Neeraj Chopra को भी पीछे छोड़ दिया, जो इस बार निराशाजनक प्रदर्शन करते हुए आठवें स्थान पर रहे और खिताब बचाने में नाकाम रहे।
Sachin Yadav का करिश्मा
फाइनल में Sachin Yadav ने अपने पहले ही प्रयास में 86.27 मीटर का थ्रो फेंककर व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ (personal best) हासिल किया। शुरुआती राउंड में वे टॉप-3 में भी शामिल रहे, हालांकि अंत में वे चौथे स्थान पर रहे। इस प्रदर्शन ने उन्हें न सिर्फ भारतीय खेल जगत में नई पहचान दी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियों में ला दिया।
Sachin की तुलना अब सीधे तौर पर पाकिस्तान के Arshad Nadeem (reigning Olympic champion और Olympic record holder) से की जा रही है। खेल विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में Sachin 95 मीटर की दूरी पार करने में सक्षम हो सकते हैं।
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Neeraj Chopra की नाकामी
टोक्यो 2020 गोल्ड मेडलिस्ट और भारत की सबसे बड़ी एथलेटिक्स उम्मीद Neeraj Chopra इस बार अपने खेल का जादू नहीं दिखा सके। वे पेनल्टिमेट राउंड में ही बाहर हो गए और आठवें स्थान पर रहे। Neeraj की हार ने भारतीय फैंस को निराश किया, वहीं Sachin का उभरना भारतीय भाला फेंक के लिए उम्मीद की नई किरण बन गया है।
Uwe Hohn की बड़ी भविष्यवाणी
जर्मनी के दिग्गज और दुनिया के इकलौते एथलीट जिन्होंने 100 मीटर से अधिक दूरी तक भाला फेंका है, Uwe Hohn ने Sachin Yadav की जमकर तारीफ की। The Indian Express से बातचीत में उन्होंने कहा –
“वह निश्चित रूप से 90 मीटर-plus thrower हैं और सही मार्गदर्शन मिलने पर 95 मीटर-plus throw कर सकते हैं। उन्हें अपनी रनिंग तकनीक, बॉडी पोजीशन और लय पर काम करने की जरूरत है। अभी वे सिर्फ हाथ के बल थ्रो कर रहे हैं, जबकि पूरी बॉडी का इस्तेमाल करना सीख लें तो Jan Zelezny या मेरी तरह खेल पर राज कर सकते हैं।”
Hohn ने कहा कि Sachin का रिजल्ट उन्हें चौंकाने वाला नहीं लगा क्योंकि वे लगातार जवलिन खेल पर नजर बनाए रखते हैं। उन्होंने बताया कि Sachin का थ्रो स्थिर और दमदार था, लेकिन rhythm और body stability की कमी उन्हें पोडियम तक नहीं पहुंचा पाई।
Neeraj और Uwe Hohn का रिश्ता
गौरतलब है कि Uwe Hohn भारत में Neeraj Chopra के पूर्व कोच रह चुके हैं। उनके मार्गदर्शन में Neeraj ने 2018 एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीते थे। हालांकि, Tokyo Olympics के बाद उनका अनुबंध नवीनीकृत नहीं हुआ क्योंकि उनका Sports Authority of India और Athletics Federation of India से मतभेद हो गया था।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञ मानते हैं कि Sachin Yadav का यह प्रदर्शन भारतीय एथलेटिक्स के लिए नए युग की शुरुआत है। जहां एक ओर Neeraj Chopra ने भाला फेंक को भारत में लोकप्रिय बनाया, वहीं अब Sachin जैसे युवा खिलाड़ी इसे आगे ले जाने की क्षमता रखते हैं।
यदि उन्हें सही कोचिंग और संसाधन मिले, तो आने वाले वर्षों में वे 95 मीटर तक का थ्रो करने वाले पहले भारतीय बन सकते हैं।
World Athletics Championships Tokyo 2025 में Neeraj Chopra की नाकामी के बीच Sachin Yadav का चौथे स्थान पर पहुंचना एक बड़ी उपलब्धि है। Uwe Hohn जैसे दिग्गज का भरोसा जताना यह साबित करता है कि Sachin भारतीय एथलेटिक्स का भविष्य बन सकते हैं। अब पूरा देश उनकी अगली प्रतियोगिताओं पर नजर रखेगा।