पाइन लैब्स सीईओ बोले — भारत का फिनटेक मॉडल अब विश्व स्तर पर अपनाए जाने को तैयार
मुंबई में आयोजित ग्लोबल फिनटेक फेस्टिवल 2025 (GFF) के दौरान पाइन लैब्स के सीईओ अमरीश राउ ने कहा कि भारत का फिनटेक इकोसिस्टम अब उस स्तर पर पहुंच चुका है जहाँ इसकी तकनीक और ढांचा वैश्विक स्तर पर निर्यात किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया अब भारत की डिजिटल फाइनेंस सफलता को गंभीरता से लेने लगी है।
राउ ने RBI इनोवेशन हब के सीईओ साहिल किरणी के साथ बातचीत के दौरान कहा कि भारत में हो रहा फिनटेक नवाचार वैश्विक परिप्रेक्ष्य में अद्वितीय है और यह साबित करता है कि भारत केवल उपभोक्ता नहीं, बल्कि नवाचार का निर्यातक देश बन रहा है।
“फिनटेक वह क्षेत्र है, जहां भारत बाकी दुनिया को सिखा सकता है”
अमरीश राउ ने कहा,
“मुझे सच में लगता है कि फिनटेक वह क्षेत्र है जहां भारत के पास दुनिया को कुछ सिखाने का अवसर है। हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना चुके हैं जो न केवल हमारे देश में बल्कि दुनिया के अन्य हिस्सों में भी लागू हो सकता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भले ही भारत को अभी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्रों में गंभीरता से न लिया जा रहा हो, लेकिन फिनटेक में भारत की उपलब्धियों को पूरी दुनिया स्वीकार कर रही है।
“अगर आप दुनिया में जाकर कहें कि ‘मैं आपको एआई सिखाऊंगा’, तो शायद कोई बहुत गंभीरता से नहीं लेगा। लेकिन अगर आप कहें कि ‘मैं भारत से हूं और फिनटेक में एक कहानी लेकर आया हूं’, तो अब दुनिया उसे ध्यान से सुन रही है,” उन्होंने कहा।
“दुनिया अब भारत की फिनटेक कहानी को मान्यता दे रही है”
राउ ने बताया कि भारत ने जिस पैमाने और नवाचार से डिजिटल भुगतान की रूपरेखा तैयार की है, वह दुनिया के लिए उदाहरण बन चुका है।
“हमने जो आर्किटेक्चर तैयार किए हैं, वे इतने लचीले और स्केलेबल हैं कि उन्हें अन्य देशों में भी लागू किया जा सकता है। अब दुनिया हमें गंभीरता से ले रही है,” उन्होंने कहा।
उन्होंने भारत की भुगतान वितरण प्रणाली (Payment Distribution System) की सराहना करते हुए कहा कि कई भारतीय संस्थाएं देश के हर कोने तक भुगतान सेवाएं पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।
पाइन लैब्स का वैश्विक विस्तार और आईपीओ की तैयारी
राउ के यह बयान ऐसे समय आए हैं जब पाइन लैब्स — जो व्यापारी भुगतान और वाणिज्य समाधान में अग्रणी है — अपने अंतरराष्ट्रीय विस्तार को तेज कर रहा है और आईपीओ की तैयारी में जुटा है।
उन्होंने कहा कि भारत ने एटीएम और पारंपरिक बैंकिंग तकनीक से लेकर आज के डिजिटल भुगतान तक का लंबा सफर तय किया है।
“जब मैंने शुरुआत की थी, तब फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी का मतलब एटीएम मशीनें होता था। आज पैसा उसी सहजता से चलता है जैसे व्हाट्सएप संदेश,” उन्होंने कहा।
एजेंटिक एआई — डिजिटल कॉमर्स का अगला युग
राउ ने बताया कि उन्होंने हाल ही में PayPal के सीईओ से बातचीत की, जिसमें ‘एजेंटिक एआई (Agentic AI)’ को डिजिटल कॉमर्स का अगला बड़ा बदलाव बताया गया।
“उन्होंने कहा कि एजेंटिक एआई एक नई क्रांति है जो चेकआउट अनुभव को बदल देगी। अगर हम अपनी टीमों को इस दिशा में नहीं ले गए, तो हम यह मौका खो देंगे,” राउ ने कहा।
“भारत की फिनटेक कहानी अब विश्व के लिए उदाहरण”
अमरीश राउ ने कहा कि भारत का फिनटेक क्षेत्र अब “विश्वसनीयता, नवाचार और स्केलेबिलिटी” का पर्याय बन चुका है। उन्होंने जोर दिया कि भारतीय फिनटेक कंपनियों को अब सिर्फ घरेलू जरूरतों पर नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर अपनी तकनीक और मॉडल साझा करने पर ध्यान देना चाहिए।
पाइन लैब्स सीईओ अमरीश राउ के अनुसार, भारत का फिनटेक क्षेत्र अब उस मुकाम पर है जहाँ यह न सिर्फ डिजिटल इंडिया की पहचान बना चुका है, बल्कि “फिनटेक एक्सपोर्ट नेशन” बनने की दिशा में भी अग्रसर है।
भारत की डिजिटल भुगतान और तकनीकी दक्षता ने दुनिया को दिखा दिया है कि इनोवेशन केवल पश्चिम से नहीं, भारत से भी शुरू हो सकता है।