‘आई लव आंबेडकर’ से गूंजा सोशल मीडिया: भारतीय युवा कांग्रेस की डिजिटल पहल ने मचाया धमाल
डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर सोमवार, 7 अक्टूबर 2025 को भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) ने एक अनोखी मुहिम शुरू की—“I LOVE AMBEDKAR”।
कुछ ही घंटों में यह ट्रेंड पूरे देश में वायरल हो गया। हजारों यूज़र्स ने बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के सम्मान में दिल वाले इमोजी, प्रेरक उद्धरण और तस्वीरें साझा कीं। यह डिजिटल लहर सामाजिक न्याय, समानता और संविधान की भावना को फिर से केंद्र में ले आई।
3,700 से अधिक एंगेजमेंट, देशभर से सहभागिता
इस ट्रेंड ने शुरुआती छह घंटे में ही 3,700 से अधिक एंगेजमेंट बटोर लिए।
राजस्थान, दिल्ली, झारखंड, महाराष्ट्र, और तमिलनाडु समेत कई राज्यों की युवा कांग्रेस इकाइयों ने सक्रिय भागीदारी की।
प्रमुख सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स जैसे Gabbar, Youth Voices, और कई छात्र संगठनों ने भी इस ट्रेंड को आगे बढ़ाया।
युवा कांग्रेस के आधिकारिक अकाउंट से किए गए पहले पोस्ट में लिखा गया—
“हम बाबा साहेब के विचारों को सलाम करते हैं।
#ILoveAmbedkar सिर्फ एक ट्रेंड नहीं, बल्कि भारत के आत्मसम्मान का प्रतीक है।”
‘जय भीम, जय संविधान’ अभियान से जुड़ी पहल
यह ट्रेंड भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के चल रहे “जय बापू, जय भीम, जय संविधान” अभियान से भी जुड़ा है।
इस अभियान का उद्देश्य गांधी और आंबेडकर—दोनों के आदर्शों को एक साझा मंच पर लाना है।
कांग्रेस पार्टी इस पहल के ज़रिए लोकतंत्र, समान अधिकार और संवैधानिक मूल्यों के महत्व को युवाओं तक पहुंचाना चाहती है।
युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बी.वी. ने कहा—
“बाबा साहेब केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं।
आज की पीढ़ी अगर डिजिटल माध्यम से उनका संदेश फैला रही है, तो यह भारत के सामाजिक विकास की दिशा में बड़ा कदम है।”
धम्म चक्र परिवर्तन दिवस से जुड़ी भावना
यह मुहिम धम्म चक्र परिवर्तन दिवस के तुरंत बाद शुरू की गई,
जो डॉ. आंबेडकर के बौद्ध धर्म स्वीकारने की ऐतिहासिक घटना की याद में मनाया जाता है।
इस अवसर पर लाखों अनुयायी नागपुर के दीक्षाभूमि और देशभर के अन्य स्थलों पर श्रद्धांजलि देते हैं।
युवा कांग्रेस ने इसी सांस्कृतिक और वैचारिक भाव को डिजिटल रूप में परिवर्तित किया।
सोशल मीडिया पर युवाओं की जबरदस्त प्रतिक्रिया
“I Love Ambedkar” ट्रेंड ने युवाओं के बीच नई ऊर्जा का संचार किया।
कई यूज़र्स ने आंबेडकर के उद्धरण साझा किए जैसे —
“मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व सिखाता है।”
कई पोस्ट्स में संविधान की प्रस्तावना और उसके महत्व पर चर्चाएँ देखने को मिलीं।
दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के छात्रों ने भी इस ट्रेंड में भाग लेते हुए कहा कि
“डिजिटल युग में सामाजिक न्याय की बात करना ही असली राष्ट्रभक्ति है।”
राजनीतिक और सामाजिक अर्थ
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, कांग्रेस और उसकी युवा इकाई ने यह कदम रणनीतिक समय पर उठाया है।
बिहार और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में दलित और पिछड़े वर्ग के मतदाताओं के बीच यह संदेश गहराई तक जा रहा है।
“जय भीम, जय संविधान” जैसे नारे कांग्रेस के सामाजिक न्याय एजेंडे को पुनर्जीवित कर रहे हैं।
राजनीतिक टिप्पणीकारों का कहना है कि
“इस तरह की सकारात्मक डिजिटल कैंपेन राजनीति में संवाद का नया आयाम खोलती हैं,
जहाँ विचार और भावनाएँ दोनों जनता तक बिना किसी मध्यस्थ के पहुँचती हैं।”
समापन: एक विचार, जो डिजिटल से दिल तक पहुँचा
“I Love Ambedkar” केवल एक सोशल मीडिया ट्रेंड नहीं,
बल्कि डॉ. आंबेडकर के विचारों को नई पीढ़ी से जोड़ने का माध्यम बन गया है।
यह साबित करता है कि आधुनिक भारत का युवा, समानता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति जागरूक है।
युवा कांग्रेस की यह पहल आने वाले समय में डिजिटल एक्टिविज़्म की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।