Indian Railways: बिहार चुनाव के चलते रेलवे का बड़ा फैसला
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान को लेकर पूरे देश में रौनक है। दिल्ली से लेकर पटना तक रेल सेवाओं पर इसका असर दिखाई दे रहा है। लाखों मतदाता अपने गृह ज़िले लौट रहे हैं, जिससे दिल्ली के प्रमुख स्टेशनों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। इसी कारण रेलवे ने नई दिल्ली और आनंद विहार टर्मिनल पर कुछ प्लेटफार्मों से पार्सल सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी है।
मतदाताओं की भीड़ से रेलवे पर बढ़ा दबाव
बिहार चुनाव के दौरान दिल्ली से बड़ी संख्या में लोग अपने गांव लौटते हैं ताकि वे मतदान में हिस्सा ले सकें। इस बार स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि छठ पर्व भी नज़दीक है। छठ के बाद भी बिहार की ओर जाने वाली लगभग सभी ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची लंबी बनी हुई है।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि नई दिल्ली स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 12 से 16 और आनंद विहार टर्मिनल के प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 से बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर अधिक ट्रेनें संचालित की जा रही हैं। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, इन प्लेटफार्मों से फिलहाल पार्सल सेवा को रोक दिया गया है।
Bihar Elections 2025: भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष ट्रेनें
रेल मंत्रालय ने भीड़ के दबाव को संभालने के लिए कई विशेष ट्रेनें चलाई हैं। इनमें दिल्ली से पटना, गया, दरभंगा, सहरसा, भागलपुर और मुज़फ़्फ़रपुर जाने वाली गाड़ियाँ शामिल हैं। अधिकांश ट्रेनों में सीटें पहले ही भर चुकी हैं, जिससे यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेनों में यात्रा करनी पड़ रही है।
पंजीकृत पत्र-पत्रिकाओं को मिली छूट
रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि पंजीकृत समाचार पत्र और पत्रिकाएँ इस अस्थायी प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी। इसका उद्देश्य आवश्यक सूचनाओं और प्रकाशनों की आपूर्ति को बाधित न होने देना है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यह कदम केवल अस्थायी है और स्थिति सामान्य होते ही पार्सल सेवा को पुनः प्रारंभ कर दिया जाएगा।
यात्रियों को सावधानी बरतने की अपील
Indian Railways: रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे बिना टिकट या प्लेटफार्म टिकट के स्टेशन परिसर में प्रवेश न करें। साथ ही, जिन यात्रियों के पास आरक्षित टिकट हैं, उन्हें अपनी यात्रा की पूर्व तैयारी करने की सलाह दी गई है। प्लेटफार्म पर अनावश्यक भीड़ से बचने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए रेलवे और आरपीएफ की अतिरिक्त टीमें तैनात की गई हैं।
छठ पर्व और चुनावी जोश से रेल सेवाएँ प्रभावित
बिहार में छठ पूजा का सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। इस बार छठ और चुनाव की तिथियाँ लगभग एक साथ पड़ने से यात्रियों की संख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। दिल्ली में रहने वाले बिहार के प्रवासी बड़ी संख्या में अपने गाँव लौट रहे हैं। यही कारण है कि रेलवे को भीड़ प्रबंधन के तहत कई त्वरित निर्णय लेने पड़े हैं।
कब सामान्य होगी स्थिति?
रेलवे सूत्रों के अनुसार, छठ पर्व के बाद यानी लगभग दो सप्ताह में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने की उम्मीद है। पार्सल सेवा को चरणबद्ध तरीके से फिर शुरू किया जाएगा। इस दौरान यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वे केवल अत्यावश्यक यात्रा ही करें।