Ideal Teacher Dayashankar Tiwari मानते हैं कि मूल्यपरक शिक्षा ही राष्ट्र निर्माण की नींव है।
Ideal Teacher ही Developed Nation का सच्चा निर्माता होता है।” यही प्रेरणादायी संदेश पूर्व महापौर एवं भाजपा शहर अध्यक्ष श्री दयाशंकर तिवारी ने शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर नागपुर में आयोजित आदर्श शिक्षक सेवा सम्मान 2025 समारोह में दिया।
यह भव्य आयोजन हिंदी भाषिय ब्राह्मण विकास संघ, नागपुर की ओर से 4 सितंबर 2025 को शाम 5 बजे विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन, हिंदी मोर भवन, सीताबर्डी में आयोजित किया गया। संघ के अध्यक्ष डॉ. बच्चू पांडे और सचिव श्री विजय तिवारी के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम समाज और शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित हुआ।
शुरुआत मां सरस्वती की वंदना से
समारोह का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और वंदना से हुआ। माहौल में भक्ति और शिक्षा की पवित्रता का संगम देखने को मिला।
मंच पर विशिष्ट अतिथि
मुख्य अतिथि के रूप में आदरणीय श्री दयाशंकर तिवारी, पूर्व महापौर और भाजपा शहर अध्यक्ष उपस्थित रहे। विशेष अतिथि के तौर पर श्री पंकज मिश्रा, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, नागपुर मेन ब्रांच के मुख्य व्यवस्थापक ने भी कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई।
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संघ की सामाजिक पहलों का विवरण
अपने स्वागत संबोधन में संघ के अध्यक्ष डॉ. बच्चू पांडे ने संगठन की बीते वर्षों की उपलब्धियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संघ ने शिक्षा, समाज सेवा और सांस्कृतिक उत्थान के क्षेत्र में कई सफल पहलें की हैं और आगे भी समाज के विकास के लिए नए प्रकल्प शुरू किए जाएंगे।
51 शिक्षकों को सम्मानित किया गया
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा 51 शिक्षकों का सम्मान। इसमें ब्राह्मण समाज के साथ-साथ अन्य समाजों के शिक्षक-शिक्षिकाएँ भी शामिल थीं। चयन उनके शैक्षणिक योगदान, विद्यार्थियों की प्रगति के लिए किए गए प्रयास और विशेषकर छात्राओं की शिक्षा में किए गए सराहनीय कार्यों को ध्यान में रखकर किया गया।
सम्मानित शिक्षकों को शाल, श्रीफल और आदर्श शिक्षक सेवा सम्मान 2025 प्रदान किया गया। यह केवल एक पुरस्कार नहीं बल्कि शिक्षा क्षेत्र में उनके अथक योगदान की सार्वजनिक सराहना थी।
संचालन और सहयोग
कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रेमलता तिवारी, अध्यक्षा, नारायण शक्ति फाउंडेशन ने किया। उनकी स्पष्ट और संयमित वाणी ने पूरे समारोह को जीवंत बनाए रखा।
समापन पर हेमंत कुमार पांडे ने सभी अतिथियों, सहयोगियों और दर्शकों का आभार प्रकट किया। विशेष रूप से श्री गणेश टेकड़ी मंदिर, सीताबर्डी के श्रीमान कुलकर्णी जी का उल्लेख किया गया, जिनके सहयोग से आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
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Ideal Teacher Dayashankar Tiwari का प्रेरक संदेश
अपने संबोधन में श्री दयाशंकर तिवारी ने कहा कि प्राचीन काल के शिक्षक केवल शिक्षा ही नहीं देते थे बल्कि विद्यार्थियों के जीवन मूल्यों और राष्ट्र निर्माण के लिए त्याग और समर्पण की भावना से कार्य करते थे। आज भी वही भावना अपनाकर ही विद्यार्थी उज्ज्वल भविष्य की ओर बढ़ सकते हैं।
उन्होंने स्पष्ट कहा:
एक Adarsh Teacher ही Developed Nation की असली नींव रख सकता है। शिक्षक यदि अपने कर्तव्य को ईमानदारी से निभाएँ तो कोई भी राष्ट्र प्रगति की ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है।
समाज में शिक्षकों की भूमिका
यह आयोजन केवल सम्मान समारोह नहीं था, बल्कि यह समाज को यह याद दिलाने का अवसर था कि शिक्षक ही भविष्य के निर्माता हैं। उपस्थित जनता ने तालियों की गड़गड़ाहट से यह साबित कर दिया कि समाज आज भी गुरुजनों को सर्वोच्च स्थान देता है।
निष्कर्ष
“आदर्श शिक्षक सेवा सम्मान 2025” ने यह संदेश दिया कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण का आधार है। नागपुर में हुए इस आयोजन ने शिक्षकों की महत्ता को पुनः स्थापित किया और यह दिखाया कि जब समाज और संगठन मिलकर गुरुओं का सम्मान करते हैं तो वह पूरे राष्ट्र के लिए प्रेरणा बन जाता है।