‘विकसित भारत बिल्डाथॉन 2025’: नवाचार, आत्मनिर्भरता और स्वदेशी विचारों की दिशा में बड़ा कदम
भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया ‘विकसित भारत बिल्डाथॉन 2025’ देश के स्कूली विद्यार्थियों में रचनात्मक सोच, स्वावलंबन और तकनीकी नवाचार को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित यह कार्यक्रम राष्ट्र के भविष्य निर्माता बच्चों को अपने विचारों के माध्यम से देश के विकास में योगदान देने का अवसर प्रदान करता है।
आज, यानी 11 अक्टूबर 2025, इस प्रतियोगिता के लिए पंजीकरण की अंतिम तिथि है। विद्यार्थी और विद्यालय vbb.mic.gov.in अथवा schoolinnovationmarathon.org/registration के माध्यम से सीधे आवेदन कर सकते हैं।
विद्यालयों में उमंग: नवाचार की दिशा में नई उड़ान
देशभर के विद्यालयों में इस प्रतियोगिता को लेकर गहरी उत्सुकता देखी जा रही है। प्रत्येक विद्यालय से तीन से पाँच विद्यार्थियों की टीम बनाकर भाग लिया जा सकता है। भागीदारी की संख्या पर कोई सीमा नहीं रखी गई है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन के साथ यह नवाचार उत्सव 13 अक्टूबर 2025 को आरंभ होगा और इसका सीधा प्रसारण राष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा।
चार प्रमुख विषयों पर होगा नवाचार
बिल्डाथॉन 2025 को चार राष्ट्रीय विषयों के अंतर्गत विभाजित किया गया है, जिनके आधार पर विद्यार्थी अपने विचार प्रस्तुत करेंगे —
आत्मनिर्भर भारत
स्वावलंबन को प्रोत्साहन देने वाले समाधान एवं प्रणालियाँ विकसित करना।
स्वदेशी
देशी विचारों, परंपराओं और नवाचारों को बढ़ावा देना।
वोकल फॉर लोकल
स्थानीय उत्पादों, शिल्प और संसाधनों को प्रोत्साहित करना।
समृद्धि
सतत विकास और समृद्धि के लिए नए रास्ते तैयार करना।
वीडियो प्रस्तुति: रचनात्मक सोच का परीक्षण
प्रत्येक टीम को 2 से 5 मिनट का एक वीडियो तैयार करना होगा जिसमें यह दर्शाया जाएगा कि —
- वे किस समस्या का समाधान कर रहे हैं,
- उनका नवाचार या प्रोटोटाइप कैसे कार्य करता है,
- उसका सामाजिक और आर्थिक प्रभाव क्या होगा।
यह वीडियो 13 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025 के बीच अपलोड किया जा सकता है।
1 करोड़ रुपये का पुरस्कार एवं दीर्घकालिक सहयोग
कार्यक्रम में कुल 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि निर्धारित की गई है।
- 10 राष्ट्रीय विजेताओं को शीर्ष सम्मान मिलेगा।
- 100 राज्य स्तरीय विजेता सम्मानित होंगे।
- 1,000 जिला स्तर पर विजेताओं को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा।
इसके साथ ही विजेता विद्यार्थियों और विद्यालयों को दीर्घकालिक सहयोग प्रदान किया जाएगा, जिसमें कॉर्पोरेट मेंटरशिप, परियोजना गोद लेने के अवसर, और तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराना शामिल है।
राष्ट्रीय आत्मनिर्भरता की ओर छात्रों की भूमिका
‘विकसित भारत बिल्डाथॉन 2025’ का उद्देश्य केवल प्रतियोगिता तक सीमित नहीं है। यह राष्ट्र के युवाओं को यह विश्वास दिलाता है कि भारत के विकास में प्रत्येक विद्यार्थी की भूमिका महत्त्वपूर्ण है।
नवाचार, विज्ञान और स्वदेशी सोच के समन्वय से विद्यार्थी न केवल अपने विद्यालयों बल्कि देश की प्रगति में भी योगदान दे सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के संकल्प की दिशा में यह आयोजन एक सशक्त कदम माना जा रहा है।
संक्षेप में
यह आयोजन विद्यार्थियों के भीतर छिपी रचनात्मक क्षमता को जगाने और उन्हें वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने का माध्यम है। आज की युवा पीढ़ी को यह अवसर मिला है कि वे अपने विचारों से राष्ट्र निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाएं।
यदि आपने अब तक पंजीकरण नहीं किया है, तो आज ही आवेदन करें और अपने विचारों से ‘विकसित भारत’ की परिकल्पना को साकार करें।