संक्षिप्त सारांश
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रचार अभियान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “कट्टा” बयान ने सियासी माहौल को गरमा दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस बयान को प्रधानमंत्री के पद की गरिमा के विपरीत बताया। वहीं जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने महिला क्रिकेट टीम को विश्व कप जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि यह भारत माता के लिए गर्व का क्षण है।
बिहार चुनाव में बढ़ी बयानबाज़ी की गर्मी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण निकट आते ही राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप तेज़ हो गए हैं। सभी प्रमुख दलों ने अपनी-अपनी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव तक बिहार में चुनावी रैलियों के माध्यम से जनता को साधने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री का कट्टा बयान और विपक्ष की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में एक जनसभा में कहा कि “राजद ने कांग्रेस की कनपटी पर कट्टा रखकर मुख्यमंत्री का नाम घोषित करवाया था।” इस बयान के बाद कांग्रेस पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के सर्वोच्च पद पर हैं और इस तरह की बातें उनके पद की मर्यादा को ठेस पहुंचाती हैं।
खरगे ने कहा, “यह सब झूठ है। उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं बचा है। कोई भी किसी को बंदूक की नोक पर मुख्यमंत्री नहीं बनाता। मोदी जी का यह बयान उनकी सोच और स्तर को दिखाता है। प्रधानमंत्री को ऐसा नहीं कहना चाहिए जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं को तोड़े।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने हमेशा लोकतंत्र की रक्षा की है और चुनावों को विचारों की लड़ाई माना है। इस प्रकार के शब्द राजनीतिक संवाद को गिराने का काम करते हैं।
बीजेपी की तरफ से जवाबी हमला
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ताओं ने खरगे के बयान को “हताशा का प्रतीक” बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो कहा, वह राजनीतिक वास्तविकता को उजागर करता है। भाजपा नेताओं का कहना है कि विपक्ष चुनावी हार से डरकर अब प्रधानमंत्री की लोकप्रियता पर व्यक्तिगत टिप्पणियाँ कर रहा है।
बिहार में चुनावी माहौल चरम पर
6 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान को लेकर सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों के नेता लगातार सभाएँ और रोड शो कर रहे हैं। जनता के बीच बेरोजगारी, महंगाई, और विकास के मुद्दे पर बहस जारी है।
जनता का ध्यान आकर्षित करने के लिए हर दल बड़े-बड़े वादे कर रहा है। एक ओर एनडीए सरकार “विकसित बिहार” का नारा दे रही है, वहीं महागठबंधन “न्याय और रोज़गार” की बात कर रहा है।
महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक जीत
राजनीतिक माहौल के बीच एक और गर्व का अवसर सामने आया जब भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व कप जीतकर इतिहास रच दिया। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने इस जीत पर बधाई देते हुए कहा कि “महिला क्रिकेटर्स ने भारत माता को गौरवान्वित किया है। यह जीत सालों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।”
महिला खिलाड़ियों के जज़्बे को सलाम
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने साबित कर दिया है कि समर्पण और मेहनत से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है। यह जीत केवल एक खेल उपलब्धि नहीं बल्कि भारत की बेटियों की शक्ति और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
बिहार चुनाव 2025 का माहौल अब पूरी तरह गर्म हो चुका है। जहां एक ओर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप में जुटे हैं, वहीं जनता मुद्दों पर ध्यान देने की उम्मीद रखती है। प्रधानमंत्री मोदी का बयान और उस पर विपक्ष की प्रतिक्रिया इस बात का संकेत है कि आने वाले दिनों में चुनावी बहस और अधिक तीखी होगी।
महिला क्रिकेट टीम की विश्व कप जीत ने इस सियासी माहौल के बीच देश को एकजुट किया है और यह याद दिलाया है कि मेहनत, एकता और समर्पण से हर जीत संभव है।