Bhagalpur Ambulance Accident: गड्ढों ने ली खतरनाक करवट
भागलपुर जिले में देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना घटी जिसे Bhagalpur Ambulance Accident के नाम से लोग याद कर रहे हैं। यह हादसा इस्माइलपुर थाना क्षेत्र के भिट्ठा गाँव से नवगछिया को जोड़ने वाली ग्रामीण सड़क पर हुआ। बाइक दुर्घटना में घायल युवकों को लेकर जा रही एम्बुलेंस गहरे गड्ढे की वजह से पलट गई। हादसा इतना भयावह था कि देखते-देखते पूरी एम्बुलेंस आग के गोले में तब्दील हो गई। हालांकि, ग्रामीणों की सूझबूझ और बहादुरी ने बड़ी त्रासदी को टाल दिया और सभी यात्रियों की जान बच गई।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, इस्माइलपुर पीएचसी से घायल युवकों को जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज ले जाया जा रहा था। रास्ते में ही भिट्ठा गाँव के पास एम्बुलेंस का संतुलन बिगड़ गया क्योंकि सड़क पर गहरे गड्ढे बने हुए थे। गाड़ी अचानक पलटी और जोरदार आवाज़ हुई। एम्बुलेंस में बैठे मरीज, परिजन और चालक सब घबरा गए और चीख-पुकार मच गई।
ग्रामीणों की बहादुरी बनी सहारा
हादसे के बाद अफरातफरी का माहौल था, लेकिन इसी बीच पास में बैठे ग्रामीण दौड़कर मौके पर पहुँचे। उन्होंने किसी तरह एम्बुलेंस का दरवाज़ा तोड़ा और अंदर फंसे मरीजों व चालक को बाहर निकाला। ग्रामीणों की त्वरित प्रतिक्रिया ने साबित कर दिया कि संकट की घड़ी में सामूहिक साहस ही सबसे बड़ा हथियार है। अगर वे कुछ देर और देर कर देते, तो Bhagalpur Ambulance Accident की तस्वीर बहुत ही भयावह होती।
चंद मिनटों में आग का गोला
जैसे ही सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, अचानक शॉर्ट सर्किट से एम्बुलेंस में आग लग गई। लपटें इतनी तेज़ थीं कि देखते ही देखते पूरी एम्बुलेंस जलकर राख में तब्दील हो गई। ग्रामीण खुद भी हैरान रह गए कि मौत कितनी नजदीक थी। एम्बुलेंस जलते देख लोग दहशत में आ गए लेकिन राहत की बात रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
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प्रशासन और दमकल की कार्रवाई
घटना की खबर मिलते ही स्थानीय पुलिस और दमकल दल मौके पर पहुँचे। हालांकि जब तक आग बुझाई गई, तब तक एम्बुलेंस पूरी तरह खाक हो चुकी थी। अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल सभी घायल सुरक्षित हैं और उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सड़क की बदहाली ने बढ़ाया खतरा
यह घटना केवल एक हादसा नहीं बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और सड़क की बदहाली की पोल खोलती है। ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से इस मार्ग पर गड्ढों की भरमार है। कई बार शिकायतें की गईं लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। नतीजतन, आम लोगों की जान रोज़मर्रा की यात्रा में खतरे में पड़ती रहती है। Bhagalpur Ambulance Accident इस बात का सबूत है कि खराब सड़कें किस तरह जीवन और मृत्यु के बीच का फासला तय कर सकती हैं।
वेब स्टोरी:
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
ग्रामीणों ने बताया कि इस सड़क पर आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। लोग कई बार संबंधित विभाग से मरम्मत की मांग कर चुके हैं लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला। इस हादसे के बाद ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि अब वे आंदोलन करेंगे ताकि सड़क की हालत सुधरे।
सबक और उम्मीद
इस हादसे से कई सबक लिए जा सकते हैं। पहला यह कि खराब सड़कों की वजह से होने वाली दुर्घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जा सकता। दूसरा यह कि आपदा की घड़ी में इंसानी बहादुरी और सहयोग कितनी बड़ी शक्ति होती है। अगर ग्रामीण हिम्मत न दिखाते तो आज यह खबर दर्दनाक मौतों की कहानी होती। Bhagalpur Ambulance Accident ने एक ओर प्रशासन को चेताया है, वहीं दूसरी ओर यह भी साबित किया है कि आम नागरिकों की सजगता कितनी मूल्यवान है।