राजद जिला उपाध्यक्ष अनिकेत यादव का बड़ा खुलासा
भागलपुर की राजनीति में एक बार फिर सियासी बयानबाज़ी ने तापमान बढ़ा दिया है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जिला उपाध्यक्ष अनिकेत यादव ने प्रेस वार्ता कर बड़ा खुलासा करते हुए जनसुराज पार्टी को भाजपा की “बी टीम” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि जनसुराज का असली मकसद महागठबंधन के उम्मीदवारों को कमजोर करना है, ताकि विपक्षी दलों को नुकसान पहुंचे और भाजपा को सीधा फायदा मिल सके।
नाथनगर से चुनाव प्रस्ताव ठुकराया – अनिकेत यादव का दावा
अनिकेत यादव ने बताया कि उन्हें नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से जनसुराज पार्टी की ओर से चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मिला था। उन्होंने साफ किया कि उन्होंने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया क्योंकि जनसुराज की नीतियां और दिशा उन्हें जनसेवा से अधिक “राजनीतिक रणनीति” जैसी लगी।
उन्होंने कहा —
“मुझे जनसुराज पार्टी से टिकट का प्रस्ताव आया था, लेकिन जब उनकी नीतियों और कार्यशैली को समझने की कोशिश की, तो साफ लग गया कि यह पार्टी भाजपा के इशारे पर काम कर रही है। इसका उद्देश्य महागठबंधन को कमजोर करना है।”
नामांकन फॉर्म बिना अनुमति भरा गया
अनिकेत यादव ने यह भी खुलासा किया कि उनके कुछ शुभचिंतकों ने बिना उनकी जानकारी के जनसुराज पार्टी में उनका नामांकन फॉर्म भर दिया।
उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद कभी कोई फॉर्म नहीं भरा और न ही जनसुराज में शामिल होने का विचार किया।
“मुझे हैरानी हुई जब पता चला कि जनसुराज पार्टी में मेरे नाम से फॉर्म जमा कर दिया गया है। यह सब बिना मेरी अनुमति के हुआ। मैं स्पष्ट करता हूं कि मैं आज भी और आगे भी राजद का कार्यकर्ता रहूंगा,”
अनिकेत यादव ने दृढ़ता से कहा।
राजद के प्रति निष्ठा और प्रतिबद्धता
राजद जिला उपाध्यक्ष ने अपनी निष्ठा को दोहराते हुए कहा कि वे पार्टी और महागठबंधन की विचारधारा के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा में भी सक्रिय भागीदारी की थी और पार्टी के हर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई है।
“हम राजद के सिपाही हैं और रहेंगे। चाहे टिकट मिले या न मिले, हम महागठबंधन के उम्मीदवारों के लिए पूरी ताकत से काम करेंगे,”
अनिकेत यादव ने कहा।
जनसुराज पर आरोप: भाजपा के हाथ की कठपुतली?
अनिकेत यादव का यह बयान तब आया है जब बिहार की राजनीति में प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। विपक्षी दलों का आरोप है कि जनसुराज का मकसद विपक्षी वोटों को तोड़ना है ताकि भाजपा को चुनाव में लाभ मिले।
उन्होंने कहा —
“जनसुराज की रणनीति साफ है — भाजपा का सीधा विरोध किए बिना महागठबंधन की ताकत को तोड़ना। इसीलिए मैं ऐसे किसी संगठन का हिस्सा नहीं बन सकता जो लोकतांत्रिक विपक्ष को कमजोर करे।”
नाथनगर विधानसभा में सियासी समीकरण बदल रहे हैं
नाथनगर सीट लंबे समय से महागठबंधन और एनडीए के बीच संघर्ष का केंद्र रही है। अनिकेत यादव के इस बयान के बाद यहां के सियासी समीकरणों में नई हलचल मच गई है। राजद समर्थक नेताओं का कहना है कि अनिकेत यादव का यह निर्णय संगठनात्मक मजबूती को और बढ़ाएगा।
महागठबंधन के प्रति समर्थन का संदेश
अनिकेत यादव ने अपने बयान के अंत में कहा कि वे नाथनगर से महागठबंधन के किसी भी उम्मीदवार के पक्ष में मैदान में उतरेंगे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे भ्रम फैलाने वाली ताकतों से सावधान रहें और एकजुट होकर महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करें।
“जनता अब समझ चुकी है कि कौन विकास की बात करता है और कौन वोटों का बिखराव चाहता है। हमारा लक्ष्य स्पष्ट है — बिहार में न्याय, विकास और समानता की राजनीति को आगे बढ़ाना।”
निष्कर्ष
अनिकेत यादव का यह खुलासा न केवल भागलपुर बल्कि पूरे बिहार के राजनीतिक माहौल को प्रभावित करने वाला साबित हो सकता है। उनकी यह टिप्पणी कि “जनसुराज भाजपा की बी टीम है” चुनावी बहस का नया विषय बन गई है। अब देखना यह होगा कि जनसुराज पार्टी इस आरोप पर क्या जवाब देती है और आगामी विधानसभा चुनाव में यह बयान कितना असर डालता है।