Bihar Accident: बांका में जर्जर मकान की छत गिरने से बड़ा हादसा, परिवार के चार लोग घायल
बांका जिले के खड़हारा गांव में मंगलवार दोपहर एक दर्दनाक हादसा हुआ जब एक पुराने मकान की छत अचानक भरभराकर गिर गई। इस हादसे में एक ही परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। ग्रामीणों की तत्परता से सभी घायलों को मलबे से बाहर निकाला गया और तुरंत अस्पताल भेजा गया।
हादसे में घायल चारों की स्थिति चिंताजनक
हादसे में घायल हुए लोगों की पहचान जमील उद्दीन (70), नूरी (42), आसफा (40) और अबिया (5) के रूप में की गई है। चारों को गंभीर चोटें आई हैं। बताया जा रहा है कि नूरी की हालत नाजुक बनी हुई है, जिन्हें सिर में गहरी चोट आई है। सभी घायलों को स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

पुरानी छत बनी मौत का कारण
गांव के लोगों के अनुसार, मकान की छत कई वर्षों पुरानी थी और काफी जर्जर स्थिति में थी। मंगलवार दोपहर परिवार के सदस्य घर के अंदर अपने घरेलू कार्यों में व्यस्त थे, तभी अचानक छत जोरदार धमाके के साथ गिर पड़ी। छत गिरने की आवाज सुनकर आसपास के लोग घटनास्थल पर पहुंचे और मलबा हटाकर घायलों को बाहर निकाला।
ग्रामीणों की तत्परता से बची जानें
स्थानीय ग्रामीणों ने घटनास्थल पर पहुंचकर तुरंत बचाव कार्य शुरू कर दिया। उन्होंने अपनी सूझबूझ से मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालकर उन्हें अस्पताल पहुंचाया। ग्रामीणों की इस त्वरित कार्रवाई से चारों की जान बच पाई। इस बीच, हादसे की सूचना स्थानीय प्रशासन को भी दी गई।
दीवार की कमजोरी बनी मुख्य वजह
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, मकान की दीवार सुर्खी-चूना से बनी थी, जो अब बहुत कमजोर हो चुकी थी। दीवारों में पहले से दरारें थीं, लेकिन परिवार आर्थिक कारणों से मरम्मत नहीं करा सका। बारिश और नमी के कारण दीवारें और छत और अधिक कमजोर हो गई थीं, जो अंततः ढह गईं।
गांव में दहशत और दुख का माहौल
Bihar Accident: इस दर्दनाक घटना के बाद पूरे गांव में दहशत और शोक का माहौल है। गांव के लोग पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग कर रहे हैं। गांव के मुखिया ने जिला प्रशासन से अपील की है कि पीड़ित परिवार को तत्काल राहत और इलाज की सुविधा दी जाए।
प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची
सूचना मिलते ही प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि घायलों का समुचित इलाज कराया जा रहा है और घटना की जांच की जा रही है। प्रशासन ने वादा किया है कि प्रभावित परिवार को सरकारी सहायता दी जाएगी।
दुर्घटना रोकने के लिए जरूरी कदम
इस घटना ने एक बार फिर पुराने और जर्जर भवनों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीण इलाकों में ऐसे कई मकान हैं जो वर्षों से मरम्मत के अभाव में कमजोर हो चुके हैं। स्थानीय प्रशासन को ऐसे भवनों का सर्वेक्षण कर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाएँ रोकी जा सकें।