बिहार विधानसभा चुनाव 2025: पहले चरण की अधिसूचना के साथ शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को पहले चरण की अधिसूचना जारी कर दी, जिसके साथ ही प्रदेश के 121 विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो गई है। पहले चरण में उत्तर और दक्षिण बिहार के कई प्रमुख जिलों में चुनाव होंगे, जिनमें पटना, दरभंगा, सहरसा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, सारण, वैशाली, बेगूसराय, नालंदा, बक्सर और भोजपुर जैसे जिले शामिल हैं।
नामांकन प्रक्रिया के लिए सख्त सुरक्षा व्यवस्था
निर्वाचन आयोग ने इस बार सुरक्षा और पारदर्शिता दोनों पर खास ध्यान दिया है। नामांकन केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू की जाएगी और अनावश्यक भीड़ पर रोक रहेगी। आयोग ने स्पष्ट किया है कि उम्मीदवार के साथ केवल तीन वाहन और प्रस्तावक सहित अधिकतम पाँच व्यक्ति ही परिसर में प्रवेश कर सकेंगे।
इसके साथ ही, पूरी नामांकन प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी ताकि किसी प्रकार की अनियमितता की संभावना न रहे। स्थानीय प्रशासन को इस संबंध में विशेष निर्देश दिए गए हैं कि हर जिले में सुरक्षा बलों की तैनाती पर्याप्त मात्रा में हो और भीड़ नियंत्रण के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
नामांकन की तारीखें और प्रक्रिया की रूपरेखा
पहले चरण में उम्मीदवार 17 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे।
निर्वाचन अधिकारी अगले दिन यानी 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच करेंगे। इसके बाद, नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर तय की गई है।
इसके बाद निर्वाचन आयोग 21 अक्टूबर को उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करेगा। मतदान 6 नवंबर 2025 को निर्धारित है, जबकि मतगणना की तारीख आयोग द्वारा अलग से घोषित की जाएगी।
उत्तर और दक्षिण बिहार के प्रमुख जिले पहले चरण में शामिल
पहले चरण में चुनाव जिन 121 विधानसभा क्षेत्रों में होंगे, उनमें बिहार के उत्तर और दक्षिण हिस्से के कई राजनीतिक रूप से अहम जिले शामिल हैं। इनमें से अधिकांश सीटें ऐसी हैं जहां पिछली बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था।
इन जिलों में सत्तारूढ़ गठबंधन, विपक्षी महागठबंधन और स्वतंत्र उम्मीदवारों के बीच कड़ा संघर्ष देखने को मिल सकता है। खासकर पटना, मुजफ्फरपुर और सहरसा जैसे जिलों में स्थानीय समीकरण और जातीय संतुलन चुनावी माहौल को और दिलचस्प बना रहे हैं।
चुनाव आयोग की तैयारी और दिशा-निर्देश
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी जिलों में नामांकन केंद्रों को मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के अनुरूप सजाया जा रहा है। सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि कोई भी उम्मीदवार या पार्टी आचार संहिता का उल्लंघन न करे।
इसके साथ ही, आयोग ने राजनीतिक दलों से अपील की है कि वे प्रचार-प्रसार के दौरान सोशल मीडिया और डिजिटल माध्यमों पर मर्यादा बनाए रखें। किसी भी भ्रामक या भड़काऊ पोस्ट पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक दलों में हलचल तेज
अधिसूचना जारी होते ही राजनीतिक दलों में गतिविधियां तेज हो गई हैं। सभी प्रमुख पार्टियाँ—जेडीयू, राजद, भाजपा, कांग्रेस और लोजपा—अपनी पहली सूची तैयार करने में जुट गई हैं। उम्मीदवार चयन को लेकर बैठकों का दौर जारी है।
जेडीयू और भाजपा के बीच सीटों के बंटवारे पर लगभग सहमति बन चुकी है, जबकि विपक्षी महागठबंधन में कुछ सीटों को लेकर अभी भी मंथन जारी है। वहीं, कई निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं।
मतदाताओं में उत्साह, प्रशासन सतर्क
चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही मतदाताओं में उत्साह की लहर है। खासकर युवाओं और पहली बार वोट डालने वाले मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवारों को लेकर चर्चाओं में जुट गए हैं।
प्रशासन की ओर से भी मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्य पूरा कर लिया गया है। प्रत्येक मतदान केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था की जाएगी ताकि मतदान निष्पक्ष और सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो सके।
निष्कर्ष
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण राज्य की राजनीति की दिशा तय करेगा। आयोग की सख्त व्यवस्था और पारदर्शी प्रक्रिया से उम्मीद है कि इस बार का चुनाव अधिक निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और तकनीकी रूप से सशक्त होगा। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि पहले चरण में कौन-सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में सफल होती है।
With Inputs from Akashvani