बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले सियासी बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के हालिया बयान पर राजद ने पलटवार करते हुए कहा कि देश को अतिवाद की राजनीति से दूर रहने की आवश्यकता है। राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि भारत को एकता और सद्भाव की विचारधारा को अपनाने की जरूरत है, जबकि एनडीए और विपक्षी गठबंधन दोनों ही बिहार में अपनी जीत को लेकर दावा ठोक रहे हैं।
बिहार में चुनावी समर चरम पर: आज थम जाएगा प्रचार
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होने वाली है। आज प्रचार का आखिरी दिन है और सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत मतदाताओं को लुभाने में लगा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार की महिलाओं से संवाद करेंगे, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह की सभाओं ने भी सियासी माहौल गरमा दिया है।
ओवैसी के बयान पर आरजेडी का पलटवार
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तेजस्वी यादव के हालिया “कट्टरपंथी” वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी थी, जिस पर राजद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा, “देश को अतिवाद की राजनीति से दूर रहने की जरूरत है। तेजस्वी यादव का इशारा किसी धर्म विशेष पर नहीं था, बल्कि उस चरम राजनीति पर था, जो समाज को विभाजित करती है।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत जैसे विविध देश में राजनीतिक नेताओं को एकता की भाषा बोलनी चाहिए।
“हम बैरिस्टर साहब (ओवैसी) का सम्मान करते हैं, लेकिन यह समझना होगा कि देश एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है। अगर हिंदुओं में गांधी, नेहरू, पटेल जैसे विचारक हैं, तो मुसलमानों में मौलाना आज़ाद और हकीम अजमल अंसारी जैसे नेता हैं। दोनों को जोड़ने की जरूरत है, तोड़ने की नहीं।”
‘जंगल राज’ दोबारा नहीं आएगा: केशव प्रसाद मौर्य
इसी बीच, यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार चुनाव पर बयान देते हुए कहा कि एनडीए एक बार फिर पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। उन्होंने कहा कि,
“तेजस्वी यादव और कांग्रेस का दावा खोखला है। जमीनी सच्चाई यह है कि लोगों का भरोसा प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व पर कायम है। बिहार में ‘जंगल राज’ अब इतिहास बन चुका है।”
सभी दलों ने झोंकी पूरी ताकत
पहले चरण की वोटिंग से पहले हर दल के नेता मैदान में उतर चुके हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी आज महिलाओं के लिए विशेष संवाद कार्यक्रम करेंगे।
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कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर बिहार में दो जनसभाएं करेंगे।
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योगी आदित्यनाथ सीमांचल में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में रैलियां करेंगे।
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तेजस्वी यादव लगातार जनसभाओं के माध्यम से बेरोजगारी और महंगाई को मुख्य मुद्दा बना रहे हैं।
 
जनता में उत्साह, चुनावी माहौल चरम पर
बिहार की सड़कों पर चुनावी रौनक चरम पर है। गांवों और शहरों में रैलियों, जुलूसों और पोस्टरों से सियासी तापमान बढ़ चुका है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बार महिला मतदाता निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं।
चुनावी संग्राम में बढ़ी विचारधारात्मक जंग
बिहार चुनाव 2025 सिर्फ राजनीतिक दलों के बीच का नहीं, बल्कि विचारधाराओं के संघर्ष का भी प्रतीक बन चुका है। जहां एनडीए विकास और स्थिरता की बात कर रहा है, वहीं महागठबंधन रोजगार और सामाजिक न्याय का मुद्दा उठा रहा है। ओवैसी और राजद के बीच बयानबाज़ी इस बात का संकेत है कि मतदाता अब हर शब्द का अर्थ गहराई से समझ रहा है।