बिहार चुनाव में बढ़ती राजनीतिक गर्मी: एनडीए बनाम महागठबंधन की जुबानी जंग
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल अब पूरी तरह से गरम हो चुका है। छठ पर्व के बीच जैसे-जैसे चुनावी तारीखें नजदीक आ रही हैं, सियासी हमले तेज हो गए हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों ही पक्ष एक-दूसरे पर जमकर प्रहार कर रहे हैं।
वक्फ कानून को लेकर उठी बहस अब चुनावी मुद्दा बन गई है, जिस पर भाजपा ने विपक्ष को घेर लिया है।
‘राज्य सरकार की हैसियत नहीं कि वक्फ कानून हटाए’ – शाहनवाज हुसैन
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद शाहनवाज हुसैन ने महागठबंधन पर तीखा वार करते हुए कहा कि “RJD के नेता जनता को गुमराह कर रहे हैं। वक्फ संशोधन एक्ट संसद से पारित हो चुका है और उस पर सुप्रीम कोर्ट की मुहर भी लगी है। किसी राज्य सरकार की हैसियत नहीं है कि वह इसे रद्द करे।”
उन्होंने कहा कि RJD अब निराशा में डूबी पार्टी बन चुकी है, जो सिर्फ लोगों को भ्रमित करने की राजनीति कर रही है।
मनोज तिवारी बोले – ‘वक्फ बोर्ड विधानसभा का नहीं, संसद का विषय’
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, “महागठबंधन के नेता वक्फ बोर्ड को लेकर झूठ फैला रहे हैं। उन्हें अपनी सीमा समझनी चाहिए। वक्फ बोर्ड का बिल संसद में पास होता है, विधानसभा में नहीं। जब ये (RJD) सत्ता में थे, तब अपराधी खुले घूमते थे। बिहार में अपराध का साम्राज्य था। अब वही लोग विकास पर सवाल उठा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि NDA सरकार बिहार को पुल, रोजगार, और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं से जोड़ने में लगी है, जबकि विपक्ष सिर्फ जातिगत राजनीति कर रहा है।
‘NDA अपने मुख्यमंत्री का चेहरा बताए’ – तेजस्वी यादव का पलटवार
महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एनडीए से सीधा सवाल पूछा, “जो गठबंधन जनता से वोट मांग रहा है, क्या उनके पास मुख्यमंत्री का चेहरा भी तय है?”
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इस बार बदलाव चाहती है। “हम जनता को वादा नहीं, विजन दे रहे हैं। हमने अगले पांच साल का पूरा रोडमैप जनता के सामने रखा है,” तेजस्वी ने कहा।
कांग्रेस का पलटवार – ‘20 साल से सत्ता में हैं, फिर भी बेरोजगारी जस की तस’
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि “जो लोग 20 साल से बिहार और 11 साल से केंद्र की सत्ता में हैं, उन्हें पहले अपने काम का हिसाब देना चाहिए। बेरोजगारी, महंगाई और सुरक्षा जैसे मुद्दे अब भी वहीं हैं।”
खेड़ा ने कहा कि त्योहारों के बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी बिहार में प्रचार अभियान शुरू करेंगे।
‘तेजस्वी और नीतीश की तुलना संभव नहीं’ – बीजेपी का पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता एस.एस. सिंह ने कहा कि “तेजस्वी यादव उसी परिवार से हैं जिसने बिहार में अपहरण उद्योग को बढ़ावा दिया। जबकि नीतीश कुमार ने बिहार को विकास की दिशा दी। नीतीश जी के नेतृत्व में राज्य में सड़कों, बिजली और शिक्षा की स्थिति में सुधार हुआ।”
पंचायत प्रतिनिधियों को दोगुना भत्ता देने का वादा
तेजस्वी यादव ने अपने वादे में कहा कि “महागठबंधन सरकार बनने पर पंचायत प्रतिनिधियों का भत्ता दोगुना किया जाएगा। साथ ही पूर्व पंचायत और ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों को पेंशन दी जाएगी।”
उन्होंने जनता से कहा कि “20 साल आपने उन्हें दिया, अब हमें सिर्फ 20 महीने दीजिए, हम नया बिहार बनाएंगे।”
बीजेपी का पलटवार – ‘जुमलेबाजों पर भरोसा नहीं करती बिहार की जनता’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि “RJD और कांग्रेस केवल जुमलेबाज हैं। बिहार की जनता अब समझदार हो चुकी है और विकास की राजनीति चाहती है।”
उन्होंने कहा कि “नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बिहार एक विकसित राज्य की दिशा में बढ़ रहा है।”
धमकी प्रकरण से सियासत में हलचल
इसी बीच भाजपा सांसद संजय जायसवाल को फोन पर रंगदारी मांगने और बेटे को मारने की धमकी के मामले ने भी राजनीतिक माहौल को और संवेदनशील बना दिया है।
बेतिया पुलिस ने बताया कि 10 करोड़ रुपये की मांग करने वाले संदिग्ध की पहचान कर ली गई है और जल्द गिरफ्तारी होगी।
बिहार चुनाव 2025 अब अपने निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुका है। जहां एनडीए विकास और स्थिरता का मुद्दा उठा रहा है, वहीं महागठबंधन बेरोजगारी, पलायन और कानून व्यवस्था को लेकर सत्तारूढ़ दल को घेरने में जुटा है।
वक्फ कानून से लेकर मुख्यमंत्री चेहरे तक, हर मुद्दे पर बयानबाजी तेज हो गई है। छठ पर्व के बाद बिहार की सियासत और गरमाने वाली है, और सभी की नजरें अब जनता के फैसले पर टिकी हैं।