बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण: 3.75 करोड़ मतदाता करेंगे जनादेश का निर्णय
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान गुरुवार को होने जा रहा है। इस चरण में कुल 3.75 करोड़ मतदाता राज्य के 121 विधानसभा क्षेत्रों में 1,314 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें कई दिग्गज नेता, मंत्री और राजनीतिक दलों के प्रमुख चेहरे शामिल हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भारी मतदान केंद्र
राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार, पहले चरण में कुल 45,341 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 36,733 केंद्र ग्रामीण इलाकों में हैं। यह स्पष्ट करता है कि इस बार भी ग्रामीण मतदाता ही चुनाव की दिशा और दशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
मुख्य मुकाबले: तेजस्वी बनाम सम्राट चौधरी
इस चरण में सबसे चर्चित मुकाबला राजद के तेजस्वी यादव और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (भाजपा) के बीच माना जा रहा है।
तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से अपनी जीत की हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं। वहीं सम्राट चौधरी टारापुर से मैदान में हैं और उनका लक्ष्य है पार्टी में अपनी स्थिति और मजबूत करना।
तेजस्वी के सामने भाजपा के सतीश कुमार हैं, जिन्होंने 2010 में राबड़ी देवी को हराया था। इस सीट पर जनसुराज पार्टी के प्रशांत किशोर ने मुकाबला न लड़ने का निर्णय लिया और अपने उम्मीदवार चंचल सिंह को मैदान में उतारा है।
महुआ से तेज प्रताप यादव का नया मोर्चा
तेजस्वी के बड़े भाई तेज प्रताप यादव महुआ सीट से जनशक्ति जनता दल के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं। यहां उनका मुकाबला सत्तारूढ़ राजद के उम्मीदवार मुकेश रौशन से है। इस सीट पर लोजपा (रामविलास) और निर्दलीय उम्मीदवार भी मुकाबले को बहुकोणीय बना रहे हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की अग्निपरीक्षा
भाजपा के कई वरिष्ठ मंत्री भी इस चरण में अपनी प्रतिष्ठा दांव पर लगाए हुए हैं।
विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से लगातार चौथी बार जीत का दावा कर रहे हैं, जबकि मंगल पांडेय पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं — वह सिवान सीट से आरजेडी के वरिष्ठ नेता अवध बिहारी चौधरी से टक्कर ले रहे हैं।
अपराध और राजनीति का संगम: मोकाामा और सिवान की चर्चा
मोकाामा सीट पर चुनावी संग्राम विशेष ध्यान आकर्षित कर रहा है।
यहां जदयू के अनंत सिंह, जो इस समय जेल में हैं, राजद की वीणा देवी (गैंगस्टर सूरजभान की पत्नी) से सीधे मुकाबले में हैं।
वहीं सिवान की रघुनाथपुर सीट पर ओसामा शाहाब (स्वर्गीय शहाबुद्दीन के बेटे) के मैदान में उतरने से विपक्ष ने “जंगलराज की वापसी” का मुद्दा जोरशोर से उठाया है।
युवा चेहरों पर भी सबकी नजर
इस चरण में कई युवा चेहरे और सेलिब्रिटी उम्मीदवार भी मैदान में हैं।
भाजपा से मैथिली ठाकुर (अलीगंज), राजद से भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव (छपरा) और जनसुराज पार्टी से रितेश पांडेय (कारगहर) चुनावी मैदान में हैं।
युवाओं और प्रथम मतदाताओं में इन चेहरों के प्रति खासा उत्साह देखा जा रहा है।
मतदाता सूची में नए नामों का समावेश
निर्वाचन आयोग के अनुसार, इस चरण में 10.72 लाख नए मतदाता जोड़े गए हैं। इनमें से 7.38 लाख मतदाता 18-19 वर्ष आयु वर्ग के हैं।
बिहार में इस बार कुल 7.24 करोड़ मतदाता हैं, जो पिछली सूची से लगभग 60 लाख कम हैं।
प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र और मतदाताओं की संख्या
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दीघा (पटना) में सर्वाधिक 4.58 लाख मतदाता
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बारबिगहा (शेखपुरा) में न्यूनतम 2.32 लाख मतदाता
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मुजफ्फरपुर और कुरहानी में सबसे अधिक उम्मीदवार — प्रत्येक में 20 प्रत्याशी
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भोरे, अलौली और परबत्ता में केवल 5 प्रत्याशी मैदान में
पहले चरण का मतदान बिहार की राजनीति की दिशा तय करेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस चरण के नतीजे से आगामी चरणों में मतदाताओं का रुझान काफी प्रभावित हो सकता है।
जनता अब बदलाव, विकास और स्थिरता के मुद्दों पर अपने जनादेश देने को तैयार दिख रही है।