बिहार एग्जिट पोल 2025: एनडीए की वापसी के संकेत, महागठबंधन पिछड़ा
Bihar Exit Poll 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दो चरणों के मतदान के बाद एग्जिट पोल के नतीजे सामने आ चुके हैं। 243 सीटों वाली विधानसभा के लिए 6 और 11 नवंबर को मतदान संपन्न हुआ, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। इस बार का चुनाव बेहद दिलचस्प रहा, जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली।
एग्जिट पोल के आंकड़ों के अनुसार, एनडीए को स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ते हुए देखा जा रहा है, जबकि महागठबंधन को अपेक्षाकृत कम सीटों पर सिमटते हुए बताया गया है।
प्रमुख एजेंसियों के अनुसार संभावित सीटें
| सर्वे एजेंसी | एनडीए | महागठबंधन | जेडीयूपी (JSP) | अन्य |
|---|---|---|---|---|
| चाणक्य | 130–138 | 100–108 | 0 | 3–5 |
| पीपुल्स पल्स | 133–159 | 75–101 | 0 | 0 |
| पोलस्ट्रेट | 133–148 | 87–102 | 0 | 3–5 |
| पीपुल्स इनसाइट | 133–148 | 87–102 | 0–2 | 3–6 |
| मेट्रिक्स (आईएएनएस) | 147–167 | 70–90 | 0 | 0 |
| जेवीसी | 135–150 | 88–103 | 0 | 3–6 |
लगभग सभी एजेंसियों में एनडीए को 130 से 167 सीटों तक मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 70 से 108 सीटों के बीच सीमित बताया गया है।
एनडीए को क्यों मिल रही है बढ़त?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस बार बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वापसी की संभावना मजबूत दिखाई दे रही है। केंद्र सरकार की नीतियां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता, और जातीय समीकरणों का लाभ एनडीए को मिलता प्रतीत हो रहा है।
एनडीए ने चुनाव प्रचार के दौरान विकास, रोजगार और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जोर दिया, जबकि महागठबंधन ने बेरोजगारी और महंगाई को मुख्य एजेंडा बनाया। हालांकि, मतदाताओं ने एक बार फिर स्थिर सरकार की दिशा में वोट किया है, ऐसा संकेत इन एग्जिट पोल से मिल रहा है।
Bihar Exit Poll 2025: महागठबंधन की उम्मीदें और चुनौतियाँ
महागठबंधन, जिसमें राजद, कांग्रेस और वामदलों का गठजोड़ शामिल है, ने ग्रामीण इलाकों में मजबूत पकड़ दिखाई, परंतु शहरी क्षेत्रों और सीमांचल में उन्हें नुकसान होता दिख रहा है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने बेरोजगारी और शिक्षा सुधार के मुद्दे उठाए, लेकिन जातीय समीकरणों और एनडीए के संगठनात्मक ढांचे ने उनके प्रभाव को सीमित कर दिया।
नए दलों का प्रदर्शन
इस बार बिहार में प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (JSP), ओवैसी की AIMIM और तेज प्रताप यादव की जनशक्ति जनता दल जैसे छोटे दलों ने भी कुछ क्षेत्रों में उपस्थिति दर्ज कराई है, परंतु कुल मिलाकर उनका असर सीमित ही दिखा।
एग्जिट पोल बनाम असली नतीजे
Bihar Exit Poll 2025: एग्जिट पोल हमेशा अनुमान आधारित होते हैं और वास्तविक परिणामों से कई बार भिन्न भी निकलते हैं। पिछले बिहार चुनाव में भी एग्जिट पोल ने महागठबंधन को बढ़त दी थी, परंतु अंतिम नतीजे एनडीए के पक्ष में गए। इस बार भी स्थिति कुछ वैसी ही बनती दिख रही है।
चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, एग्जिट पोल केवल अंतिम चरण की वोटिंग खत्म होने के आधे घंटे बाद ही जारी किए जा सकते हैं। इसके उल्लंघन पर दो वर्ष तक की सजा या जुर्माना भी हो सकता है।
बिहार की जनता का रुझान और भविष्य की दिशा
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि बिहार की जनता अभी भी स्थिरता और अनुभव को प्राथमिकता दे रही है। एनडीए का वोट प्रतिशत कई सर्वे में 48 फीसदी तक दिखाया गया है, जबकि महागठबंधन का 37 फीसदी।
यदि यही रुझान कायम रहा, तो नीतीश कुमार की एक बार फिर सत्ता में वापसी लगभग तय मानी जा सकती है।
बिहार एग्जिट पोल 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य की राजनीति एक बार फिर विकास बनाम वादे की लड़ाई बन गई है। हालांकि अंतिम परिणाम 14 नवंबर को सामने आएंगे, लेकिन अभी के संकेत बताते हैं कि एनडीए गठबंधन बिहार की सत्ता में वापसी की ओर अग्रसर है।