Bihar Phase 2 Hot Seats: बिहार चुनाव 2025 के दूसरे चरण में बढ़ा रोमांच
पहले चरण की बंपर वोटिंग ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के मतदान में जबरदस्त उत्साह भर दिया है। राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं, इस चरण में कुछ ऐसी सीटें हैं जो सत्ता की कुंजी साबित हो सकती हैं। इन ‘हॉट सीटों’ पर मुकाबला बेहद पेचीदा और रोचक हो गया है।
भागलपुर में सात सीटों पर अलग-अलग सियासी तस्वीर
भागलपुर जिले की सात विधानसभा सीटों में इस बार चुनावी संग्राम दिलचस्प बन गया है। पारंपरिक मुकाबले के साथ नए समीकरण भी सामने आए हैं।
भागलपुर सदर में कांग्रेस के अजीत शर्मा और भाजपा के रोहित पांडेय के बीच सीधे टकराव की स्थिति है। दोनों ही नेता अपने क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखते हैं, जिससे नतीजा अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है।
पीरपैंती में भाजपा और राजद के बीच कांटे की टक्कर है। भाजपा ने नया चेहरा मुरारी पासवान को उतारा है जबकि राजद ने रामबिलास पासवान पर भरोसा बनाए रखा है। जन सुराज के घनश्याम दास ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
नाथनगर में समीकरण और उलझे हुए हैं। राजद के शेख जियाउल हसन, एलजेपी (आर) के मिथुन कुमार और जन सुराज के अजय कुमार राय के बीच मतों का बिखराव निर्णायक साबित हो सकता है।
सुल्तानगंज में जदयू, कांग्रेस और राजद तीनों के बीच टकराव बना हुआ है। यहां जदयू के ललित नारायण मंडल, कांग्रेस के ललन कुमार और राजद के चंदन कुमार के बीच मुकाबला सीधा त्रिकोणीय है।
कहलगांव में जदयू के शुभानंद मुकेश, कांग्रेस के प्रवीण सिंह और राजद के रजनीश भारती मैदान में हैं, वहीं भाजपा के बागी और जन सुराज के उम्मीदवारों ने समीकरण को और पेचीदा बना दिया है।
बिहपुर में भाजपा के कुमार शैलेंद्र और वीआईपी की अर्पणा कुमारी में आमने-सामने की जंग है, जबकि गोपालपुर में जदयू और वीआईपी के बीच सीधे मुकाबले की स्थिति बनी हुई है।
गया में एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने
Bihar Phase 2 Hot Seats: गया जिला हमेशा से राजनीतिक दृष्टि से अहम रहा है। इस बार की लड़ाई में एनडीए और महागठबंधन दोनों ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जीतन राम मांझी और योगी आदित्यनाथ ने यहां कई रैलियां कीं। दूसरी ओर तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने भी जनसभाओं के माध्यम से माहौल अपने पक्ष में करने की कोशिश की।
गया की 10 सीटों में भूमिहार, राजपूत, यादव, अनुसूचित जाति, कुशवाहा और मुस्लिम मतदाता निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं। 2020 में जहां मुकाबला बराबरी का रहा था, वहीं इस बार एनडीए को मांझी की हालिया लोकसभा जीत से अतिरिक्त लाभ की उम्मीद है।
गया शहर सीट पर भाजपा के प्रेम कुमार का सामना कांग्रेस के अखौरी ओंकार नाथ और जन सुराज के धीरेंद्र अग्रवाल से है। प्रेम कुमार आठ बार से अजेय हैं, लेकिन इस बार एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर उनके लिए चुनौती बन सकता है।
इमामगंज और बाराचट्टी में महिला प्रत्याशियों की जोरदार एंट्री
इमामगंज सीट पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की दीपा मांझी और राजद की उम्मीदवार आमने-सामने हैं। पिछले उपचुनाव में दीपा मांझी ने जीत दर्ज की थी और अब वे अपने क्षेत्र में फिर से दावा ठोक रही हैं।
बाराचट्टी में भी दो महिला प्रत्याशियों के बीच सीधी टक्कर है। इससे महिला मतदाताओं का झुकाव किस ओर जाएगा, यह दिलचस्प रहेगा।
शेरघाटी और बोधगया सीट पर लोजपा-रामविलास, हम और राजद के बीच मुकाबले में जन सुराज पार्टी ने नया मोर्चा खोल दिया है। कई जगह बागी उम्मीदवारों की मौजूदगी से मतों का बंटवारा तय माना जा रहा है।
जमुई में युवा मतदाताओं की भूमिका होगी अहम
जमुई जिले की सीटों पर युवा मतदाताओं की भूमिका बेहद अहम होगी। पिछली बार यहां मतदाता मौन थे, लेकिन इस बार युवाओं में जोश साफ दिख रहा है। जातीय समीकरणों के साथ विकास के मुद्दे भी चर्चा के केंद्र में हैं। एनडीए और महागठबंधन दोनों दल यहां पूरा फोकस लगाए हुए हैं।