विधानसभा चुनाव की जंग तेज़: नरकटियागंज-सिकटा में 802 ईवीएम हुईं सील
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तैयारियाँ अब अंतिम चरण में हैं। पश्चिम चंपारण ज़िले के नरकटियागंज और सिकटा विधानसभा क्षेत्रों में गुरुवार की देर शाम तक कुल 802 इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें (EVMs) पहुंचाई गईं, जिन्हें सुरक्षा मानकों के तहत सील कर ब्रज गृह में सुरक्षित रखा गया है। चुनावी माहौल में बढ़ती गतिविधियाँ यह संकेत दे रही हैं कि प्रशासन और निर्वाचन आयोग दोनों ही चुनाव प्रक्रिया को पारदर्शी और शांतिपूर्ण बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था और तैयारी
नरकटियागंज के कृषि बाजार स्थित गोदाम संख्या चार (ए) में बनाए गए ब्रज गृह में 391 ईवीएम को सुरक्षित रखा गया। इस पूरी प्रक्रिया की निगरानी एआरओ सह बीडीओ सूरज कुमार सिंह और एआरओ सह रजिस्ट्रार राम कृष्ण कुमार ने की। दोनों अधिकारियों की उपस्थिति में सभी मशीनों को विधिवत सील किया गया।
सूरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि 391 बैलट यूनिट (BU), 391 कंट्रोल यूनिट (CU) और 387 वीवीपैट (VVPAT) को इस ब्रज गृह में रखा गया है। नरकटियागंज विधानसभा में कुल 326 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, और रिज़र्व के तौर पर 20 प्रतिशत अतिरिक्त ईवीएम भी उपलब्ध कराई गई हैं। इन मशीनों का उपयोग आपात स्थिति या तकनीकी दिक्कत आने पर किया जाएगा।
29 अक्टूबर को ईवीएम का रैंडमाइजेशन किया जाएगा, जिसके बाद एक से दो नवंबर तक ईवीएम कमीशनिंग प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
सिकटा विधानसभा में भी व्यापक तैयारी
दूसरी ओर, सिकटा विधानसभा क्षेत्र के लिए भी समान प्रक्रिया अपनाई गई। कृषि बाजार के गोदाम संख्या चार (बी) में बने ब्रज गृह में 411 ईवीएम सुरक्षित रखी गईं, जिनमें 411 BU, 411 CU, और 408 VVPAT शामिल हैं। कुल 343 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
दोनों विधानसभाओं के ब्रज गृहों में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है, वहीं बाहर के हिस्से में जवानों की सुरक्षा तैनाती सुनिश्चित की गई है। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, किसी भी प्रकार की अनधिकृत पहुंच पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
अभ्यर्थियों को मिले प्रतीक चिन्ह
शुक्रवार को अनुमंडल कार्यालय नरकटियागंज में आरओ सह एसडीएम सूर्य प्रकाश गुप्ता की मौजूदगी में सभी अभ्यर्थियों को निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित प्रतीक चिन्ह आवंटित किए गए।
नरकटियागंज में चुनाव लड़ने वाले 12 अभ्यर्थियों को अलग-अलग प्रतीक चिन्ह दिए गए जिनमें केतली, मोतियों का हार, चूड़ियां, फूलगोभी, बाल्टी आदि शामिल हैं। वहीं सिकटा विधानसभा के 11 प्रत्याशियों को चारपाई, अंगूर, गैस सिलेंडर जैसे प्रतीक चिन्ह आवंटित किए गए।
इन प्रतीकों के साथ अब दोनों विधानसभाओं में प्रचार अभियान तेज़ी पकड़ने की उम्मीद है। प्रत्याशी अपने प्रतीक के माध्यम से जनता तक पहुंच बनाने और मतदाताओं से संवाद साधने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
चुनावी माहौल और प्रशासन की तैयारी
नरकटियागंज और सिकटा दोनों क्षेत्रों में प्रशासन ने चुनावी सुरक्षा को लेकर व्यापक तैयारी की है।
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मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती होगी।
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सभी ईवीएम को बंद कमरे में सील कर 24 घंटे निगरानी में रखा गया है।
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चुनावी आचार संहिता का पालन सख्ती से कराया जा रहा है।
अधिकारी वर्ग का कहना है कि इस बार चुनाव को लेकर कोई भी जोखिम नहीं लिया जाएगा।
स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला निर्वाचन पदाधिकारी तक, हर स्तर पर मॉनिटरिंग की जा रही है ताकि मतदान प्रक्रिया पूरी तरह शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनी रहे।
मतदाताओं में उत्साह और प्रत्याशियों में जोश
नरकटियागंज और सिकटा के स्थानीय निवासियों में चुनाव को लेकर उत्साह चरम पर है। पिछले चुनावों में मत प्रतिशत में वृद्धि देखने को मिली थी, और इस बार भी मतदाताओं के बीच राजनीतिक चर्चाओं का दौर तेज़ है।
प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्रों में लगातार दौरे कर रहे हैं, जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं और जनता से सीधे संवाद स्थापित कर रहे हैं।
ईवीएम की सीलिंग के साथ अब चुनावी प्रक्रिया औपचारिक रूप से तेज़ हो गई है — जिसका सीधा असर आगामी दिनों में जनसभाओं और प्रचार के दौर में देखने को मिलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज और सिकटा विधानसभाओं में ईवीएम सीलिंग का कार्य पूरा होने से चुनावी प्रक्रिया ने रफ्तार पकड़ ली है।
सुरक्षा, पारदर्शिता और दक्षता के साथ की जा रही यह तैयारी इस बार के चुनाव को शांतिपूर्ण और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।