छपरा में सीपीएम प्रत्याशी पर हमला, मतदान के बीच हिंसा से मचा हड़कंप
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण के मतदान के दौरान सारण जिले से हिंसा की गंभीर घटना सामने आई है। मांझी विधानसभा क्षेत्र के मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) प्रत्याशी और वर्तमान विधायक डॉ. सत्येंद्र यादव पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने उनकी गाड़ी के शीशे तोड़ दिए और उनके साथ मारपीट की। इस घटना से क्षेत्र में हड़कंप मच गया और मतदान की प्रक्रिया कुछ समय के लिए प्रभावित हुई।
बूथ पर हुई घटना, पुलिस ने संभाला मोर्चा
घटना मांझी विधानसभा क्षेत्र के जैतपुर गांव स्थित बूथ संख्या 41, 42, 43 और 44 की है। जानकारी के अनुसार, सत्येंद्र यादव जब अपने क्षेत्र के मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर रहे थे, तभी अचानक कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान उनकी गाड़ी को भी क्षति पहुंचाई गई।
सूचना मिलते ही डीएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। सारण के पुलिस कप्तान डॉ. कुमार आशीष भी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी है।

एफआईआर दर्ज की जा रही है
घटना के बाद दाउदपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस ने बताया कि हमलावरों की पहचान की जा रही है और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। चुनाव आयोग ने भी इस घटना का संज्ञान लिया है और स्थानीय प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।
मतदान के बीच तनाव, सुरक्षा बढ़ाई गई
पहले चरण के मतदान में जहां सुबह से ही मतदाता उत्साहपूर्वक वोट डालने पहुंचे, वहीं इस हिंसक घटना ने मतदान प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है और मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है।
चुनाव आयोग ने कहा है कि बिहार के सभी 18 जिलों में मतदान निष्पक्ष, पारदर्शी और निर्बाध रूप से चल रहा है। आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे किसी भी भ्रामक सूचना पर ध्यान न दें और निर्भय होकर वोट डालें।
आरजेडी ने लगाए आरोप, EC ने बताया भ्रामक
इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने आयोग पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि कई बूथों पर जानबूझकर वोटिंग की गति धीमी रखी जा रही है और बिजली काटी जा रही है। आरजेडी ने सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से कहा कि “यह मतदाताओं को हतोत्साहित करने की साजिश है।”
हालांकि, चुनाव आयोग ने इन आरोपों को पूरी तरह निराधार और भ्रामक बताया है। आयोग ने कहा कि बिहार में सभी मतदान केंद्रों पर सुचारू रूप से मतदान जारी है और किसी प्रकार की तकनीकी या प्रशासनिक बाधा नहीं है।
नेताओं ने जताई चिंता
हमले की घटना के बाद कई राजनीतिक दलों ने इस पर चिंता जताई है। सीपीएम ने बयान जारी कर कहा कि “यह लोकतंत्र पर हमला है और चुनाव आयोग को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।” पार्टी ने मांग की है कि दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए।
दूसरी ओर, एनडीए नेताओं ने कहा कि isolated incident को पूरे राज्य की व्यवस्था पर सवाल नहीं बनाया जा सकता। प्रशासन हर स्तर पर सक्रिय है।
मतदान जारी, जनता में दिखा उत्साह
इस हिंसक घटना के बावजूद राज्यभर में मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह बना हुआ है। सुबह 11 बजे तक पूरे बिहार में 27.65 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। बेगूसराय में सर्वाधिक और पटना में सबसे कम वोटिंग हुई।
प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर
पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान हो रहा है। इनमें तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अनंत सिंह, मैथिली ठाकुर, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा जैसे दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो रही है।
छपरा की घटना ने बिहार चुनाव के पहले चरण की शांति पर सवाल जरूर खड़े किए हैं, लेकिन प्रशासन और आयोग दोनों का दावा है कि मतदान सुचारू रूप से जारी है। इस हमले ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि बिहार का चुनावी माहौल अब और अधिक संवेदनशील होता जा रहा है।