CM Nitish Hijab Controversy: बिहार में एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला आयुष डॉक्टर का हिजाब खींचने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। देश का विपक्ष सीएम नीतीश कुमार के इस कारनामे को लेकर लगातार हमलावर हो गया है। कांग्रेस, राजद और समाजवादी पार्टी के अलावा शिवसेना ने भी इस घटना की निंदा की है और NDA सरकार पर निशाना साधा है।
कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार और बीजेपी को शर्म आनी चाहिए। कोई भी व्यक्ति यदि मानसिक रूप संतुलित है तो उसे किसी महिला का ‘घूंघट’ या ‘बुर्का’ हटाने का हक नहीं है। कांग्रेस प्रवक्ता उदित राज ने कहा कि नीतीश कुमार मानसिक रूप से बहुत संतुलित नहीं हैं और कई बार उन्होंने इस तरह का व्यवहार किया है। NDA के नेता ऐसे ही होते हैं।
शुरू हुआ सियासी बवाल
RJD सांसद मनोज झा ने कहा, “मैंने विज़ुअल्स देखे हैं और वे परेशान करने वाले थे। डिप्टी CM सम्राट चौधरी ने उन्हें (नीतीश कुमार को) रोकने की कोशिश भी की। यह चिंता का विषय होना चाहिए। एक ऐसे व्यक्ति के तौर पर, जो वहीं (बिहार) पला-बढ़ा है, मुझे चिंता है कि ऐसे विज़ुअल्स अच्छा मैसेज नहीं देते और कई शक और चिंताएं पैदा करते हैं।”
वहीं, शिव सेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बहुत ही शर्मनाक है। यह सिर्फ़ उत्पीड़न है, उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए। मुख्यमंत्री को किसी का हिजाब हटाने का अधिकार नहीं है।
एसपी सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार मानसिक रूप से कमज़ोर हो गए हैं। उन्हें मेडिकल इलाज करवाना चाहिए। सरकार को किस चीज की कमी है? अवेधश प्रसाद ने कहा कि यह बिहार का दुर्भाग्य है। नीतीश पहले भी ऐसा कर चुके हैं, फिर भी उन्हें चुना गया है।
जेडी(यू) एमएलसी नीरज कुमार ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष यह क्यों नहीं देख पा रहा है कि लोगों को बिना ज़मीन दिए नौकरियां मिल रही हैं। RJD को भी लालू के इस्तीफे की मांग करनी चाहिए, क्योंकि वह बीमार हैं।
क्या है पूरा मामला?
बिहार में एक नई भर्ती हुई आयुष डॉक्टर सोमवार को उस समय हैरान रह गई, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उसे अपॉइंटमेंट लेटर देते समय उसके चेहरे से हिजाब (नकाब) हटा दिया। यह घटना, जिसका वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, सीएम के सचिवालय ‘संवाद’ में हुई, जहां 1,000 से ज़्यादा दा आयुष डॉक्टरों को अपॉइंटमेंट लेटर दिए जा रहे थे। हालांकि हम इस वीडियो की सच्चाई की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सके।
CMO के अनुसार, नियुक्त किए गए लोगों में 685 आयुर्वेद डॉक्टर थे, जबकि 393 होम्योपैथ और 205 यूनानी चिकित्सा पद्धति का अभ्यास करने वाले थे। इनमें से 10 लोगों को कुमार ने खुद जॉब लेटर दिए, जबकि बाकी को ऑनलाइन मिले। जब नुसरत परवीन की बारी आई, जो अपने चेहरे पर हिजाब पहनकर आई थी, तो 75 वर्षीय सीएम ने भौंहें चढ़ाकर कहा “यह क्या है?” मुख्यमंत्री, जो एक ऊंचे प्लेटफॉर्म पर खड़े थे, फिर नीचे झुके और हिजाब नीचे खींच दिया।
इसके बाद, घबराई हुई डॉक्टर को मौके पर मौजूद एक अधिकारी ने जल्दी से एक तरफ खींच लिया, जबकि कुमार के बगल में खड़े उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी उन्हें रोकने की कोशिश में उनकी आस्तीन खींचते हुए दिखे।
इस बीच, RJD और कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियों ने इस वीडियो क्लिप को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया और दावा किया कि यह घटना JD(U) सुप्रीमो की ‘अस्थिर मानसिक स्वास्थ्य’ का नवीनतम सबूत है।