Owaisi Election Campaign Bihar: ओवैसी का बिहार चुनावी ऐलान — वोट से तय होगा मुक़द्दर, बराबरी और हक़ की लड़ाई शुरू
गया। बिहार की सियासत में एक बार फिर नई हलचल मच गई है। Owaisi Election Campaign Bihar के तहत ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गया जिले के चाकंद हाई स्कूल मैदान से जबरदस्त चुनावी बिगुल फूंका।
ओवैसी का भाषण न सिर्फ जोश से भरा था, बल्कि उसमें एक राजनीतिक संदेश भी छिपा था — “अब वक्त आ गया है कि वोट सिर्फ औपचारिकता न रहे, बल्कि इज्जत और बराबरी की लड़ाई बने।”
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“जालिमों से मुकाबला अब जनता करेगी”
सभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, “बीते 60 सालों से यही पुरानी पार्टियां हमारे गरीबों का खून चूस रही हैं। अब यह सिलसिला खत्म होना चाहिए।” उन्होंने जनता से आह्वान किया कि वे अपनी सियासी पहचान खुद तय करें और किसी भी “जालिम सिस्टम” के आगे झुकें नहीं।
ओवैसी ने नीतीश कुमार और केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “मोदी कहते हैं — ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’, लेकिन बिहार की सरकार गरीबों का खून चूस रही है। गरीबों के हिस्से का राशन, रोजगार और सम्मान सब लूटा जा रहा है।”
“वोट सिर्फ नंबर नहीं, हथियार है”
अपने आक्रामक भाषण में ओवैसी ने कहा, “वोट सिर्फ एक नंबर नहीं है। यह आपकी आवाज़, आपकी ताकत और आपकी पहचान है। जब तक आप सिटीजन नहीं बनेंगे, तब तक कोई आपकी बात नहीं सुनेगा।”
उन्होंने लोगों को चेताया कि यह चुनाव महज़ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक बन सकता है। “यह लड़ाई एक महीने की नहीं, पीढ़ियों की है। अब वक्त है कि हम अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए मजबूत नींव रखें,” उन्होंने कहा।
हर सीट पर उतरेगी AIMIM
ओवैसी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी इस बार Bihar Assembly Election 2025 में हर विधानसभा सीट से उम्मीदवार उतारेगी। उनका दावा था कि यदि जनता एकजुट हो जाए तो कोई भी ताकत AIMIM को नहीं रोक सकती।
उन्होंने कहा, “यह सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का मिशन है जो सम्मान और बराबरी में विश्वास रखता है। अगर आप अपने वोट की कीमत समझ गए, तो सियासत का रंग बदल जाएगा।”
गरीब और अल्पसंख्यकों की आवाज़ दबाई जा रही है
ओवैसी ने बिहार और देश की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि गरीबों और अल्पसंख्यकों की आवाज़ लगातार कमजोर की जा रही है। उन्होंने कहा, “जब सरकारें गरीबों के लिए नहीं बोलतीं, तो हमें बोलना पड़ता है। अगर हालात नहीं बदले, तो गरीबों की आवाज़ सदा के लिए खामोश कर दी जाएगी।”
उन्होंने भीड़ से अपील की कि वे जाति और धर्म से ऊपर उठकर अपने हक़ की राजनीति करें।
वेब स्टोरी:
“बराबरी की लड़ाई यहीं से शुरू होगी”
सभा में हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि “हमारी लड़ाई नफरत से नहीं, अन्याय से है।” उन्होंने कहा कि Owaisi Election Campaign Bihar का उद्देश्य यही है — हर उस नागरिक को उसकी बराबरी का दर्जा दिलाना, जिसे अब तक नज़रअंदाज़ किया गया है।
गया की इस सभा ने स्पष्ट कर दिया कि ओवैसी इस बार किसी समझौते के मूड में नहीं हैं। उनका संदेश साफ था — यह चुनाव बिहार की सियासत को नई दिशा देने का मौका है, और जनता को तय करना है कि वह किसके साथ खड़ी है।