गोपालगंज में मतगणना को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड में
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना को लेकर गोपालगंज जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। जिले के मीरगंज थाना क्षेत्र में पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर कड़े कदम उठाए हैं। प्रशासन ने मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए धारा 163 बीएनएस लागू कर दी है, जिसके तहत पांच से अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध रहेगा।

मीरगंज में पुलिस की माइकिंग और अपील
गुरुवार को मीरगंज पुलिस प्रशासन ने क्षेत्र में माइकिंग कर लोगों से शांति बनाए रखने और प्रशासन के साथ सहयोग की अपील की। आचार संहिता के बीच पुलिस ने जनता को यह स्पष्ट संदेश दिया कि मतगणना के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह या भड़काऊ गतिविधि को सहन नहीं किया जाएगा।
थाना प्रभारी ने बताया कि “प्रशासन की प्राथमिकता क्षेत्र में शांति और पारदर्शिता बनाए रखना है। हम नहीं चाहते कि किसी भी राजनीतिक परिणाम के बाद किसी प्रकार की उग्रता या तनाव उत्पन्न हो।”
सोशल मीडिया पर रखी जा रही सख्त निगरानी
प्रशासन ने सोशल मीडिया के उपयोग पर भी विशेष ध्यान दिया है। जिला पुलिस ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी व्यक्ति यदि भड़काऊ या गलत जानकारी प्रसारित करता पाया गया तो उसके विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाएगी। साइबर सेल की विशेष टीम ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी कर रही है।
एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा, “हम सोशल मीडिया पर फैल रही हर पोस्ट और कमेंट पर नजर रख रहे हैं। किसी भी तरह का आपत्तिजनक या अफवाह फैलाने वाला संदेश डालने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”
संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात अतिरिक्त पुलिस बल
जिला प्रशासन ने मीरगंज और आसपास के संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की है। गश्ती दल लगातार सड़कों पर सक्रिय हैं और मुख्य चौक-चौराहों पर पुलिस की उपस्थिति बढ़ा दी गई है। प्रशासन ने कहा है कि मतगणना केंद्रों के आसपास किसी भी तरह की भीड़ या जुलूस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन की अपील — शांति और सहयोग से बनाएं लोकतंत्र की गरिमा
पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह या झूठी खबर पर ध्यान न दें। मतगणना के परिणाम को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा मानकर संयम और धैर्य रखें। अधिकारी ने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता है कि “मतगणना की प्रक्रिया निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न हो।”
एसपी अवधेश दीक्षित ने कहा, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति को सुरक्षा को लेकर कोई शिकायत न रहे। मतगणना के दिन पुलिस की उपस्थिति इतनी सशक्त होगी कि कोई भी असामाजिक तत्व माहौल बिगाड़ने की हिम्मत नहीं करेगा।”
मतगणना के दिन सख्त सुरक्षा व्यवस्था
मतगणना के दिन गोपालगंज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रखने की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिले के सभी थानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मुख्यालय से विशेष पुलिस टीमों को तैनाती के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी स्थिति में शीघ्र कार्रवाई की जा सके। प्रशासन ने कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर किसी भी प्रकार का विवाद या उन्माद फैलाने का प्रयास करने वालों पर कठोर दंड दिया जाएगा।
निष्कर्ष — लोकतंत्र की प्रतिष्ठा के लिए प्रशासन की सख्ती आवश्यक
गोपालगंज प्रशासन का यह निर्णय लोकतंत्र की मर्यादा और जनता की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम के रूप में देखा जा रहा है। बिहार के कई जिलों में मतगणना को लेकर उत्साह चरम पर है, ऐसे में प्रशासन की सतर्कता किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।