बिहार चुनाव 2025: साहेबगंज से मंत्री राजू सिंह को फिर मिला भाजपा का भरोसा | Bihar Election 2025 BJP Candidate List
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारी जोरों पर है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को अपने 71 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी, जिसमें साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र से पर्यटन मंत्री राजू कुमार सिंह को टिकट दिया गया है। यह सीट लंबे समय से भाजपा के प्रभाव क्षेत्र में मानी जाती है, और मंत्री राजू सिंह की लोकप्रियता ने इस बार भी उन्हें टिकट दिला दिया।
भाजपा की पहली सूची से साफ हुआ समीकरण
राजनीतिक हलकों में यह चर्चा जोरों पर थी कि साहेबगंज सीट इस बार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के खाते में जा सकती है। एनडीए गठबंधन के भीतर सीट शेयरिंग पर हुई कई बैठकों में यह सीट बार-बार चर्चा में रही। हालांकि, भाजपा ने आख़िरकार इस सीट को अपने खाते में रखते हुए मंत्री राजू सिंह पर भरोसा जताया।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, क्षेत्र में राजपूत मतदाताओं की बड़ी संख्या और राजू सिंह की ज़मीनी पकड़ भाजपा के लिए निर्णायक कारण बने। इस निर्णय के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह और समर्थकों में जश्न का माहौल देखने को मिला।
विवाद के बावजूद टिकट पक्का
राजू कुमार सिंह ने कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर संकेत दे दिया था कि वे 14 अक्टूबर को नामांकन करेंगे। हालांकि, एनडीए में सीट बंटवारे पर बातचीत चल रही थी, ऐसे में उनकी यह घोषणा विवाद का कारण बनी। विरोध बढ़ने पर उन्होंने पोस्ट हटा ली, लेकिन यह स्पष्ट हो गया था कि भाजपा में उनके टिकट को लेकर कोई असमंजस नहीं है।
भाजपा नेतृत्व ने अंततः उन्हें टिकट देकर यह संदेश दिया कि पार्टी अनुभवी और ज़मीनी नेताओं को प्राथमिकता दे रही है, जो संगठन के प्रति निष्ठावान हैं और क्षेत्र में प्रभावशाली भी।
राजू सिंह का राजनीतिक सफर: लोजपा से भाजपा तक
मंत्री राजू कुमार सिंह का राजनीतिक सफर कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। उन्होंने वर्ष 2005 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी। बाद में वे जनता दल (यूनाइटेड) में शामिल हुए और जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ा।
2015 में जेडीयू से मतभेदों के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी और भाजपा का दामन थाम लिया। 2020 में वे विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के टिकट पर साहेबगंज से चुनाव जीते, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल होकर अपनी राजनीतिक स्थिति को मज़बूत किया।
मंत्री राजू सिंह वर्तमान में बिहार सरकार में पर्यटन मंत्री के रूप में कार्यरत हैं और नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
साहेबगंज में विकास की नई पहचान
राजू सिंह को क्षेत्र में एक कर्मठ और विकासमुखी नेता के रूप में जाना जाता है। पर्यटन मंत्री रहते हुए उन्होंने साहेबगंज और आसपास के इलाकों में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू कीं। स्थानीय सड़कें, विद्यालय और स्वास्थ्य केंद्रों के उन्नयन में भी उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया है।
भाजपा नेतृत्व का मानना है कि उनकी इसी विकासशील छवि और जनसंपर्क क्षमता के कारण उन्हें दोबारा टिकट दिया गया है।
समर्थकों में उत्साह, विपक्ष में खलबली
टिकट की घोषणा के बाद साहेबगंज में भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। वहीं, क्षेत्र के अन्य दावेदारों में निराशा देखी गई। विपक्षी दलों में भी हलचल मच गई है, क्योंकि भाजपा का यह निर्णय राजनीतिक रूप से सटीक कदम माना जा रहा है।
स्थानीय विश्लेषकों का मानना है कि अगर भाजपा को साहेबगंज सीट पर मजबूत परिणाम चाहिए, तो राजू सिंह जैसा उम्मीदवार पार्टी के लिए स्वर्णिम विकल्प साबित हो सकता है।
राजू सिंह बोले – “जनता के आशीर्वाद से फिर करेंगे विकास”
टिकट की घोषणा के बाद राजू सिंह ने कहा, “यह भाजपा नेतृत्व और जनता दोनों का आशीर्वाद है। मैंने हमेशा विकास को प्राथमिकता दी है और आने वाले समय में साहेबगंज को पर्यटन और औद्योगिक विकास का केंद्र बनाना मेरा लक्ष्य रहेगा।”
उन्होंने अपने समर्थकों से अपील की कि वे एकजुट होकर भाजपा की जीत सुनिश्चित करें और बिहार में स्थिर सरकार के गठन में योगदान दें।
निष्कर्ष
साहेबगंज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने अपने सबसे मजबूत उम्मीदवार पर दांव लगाया है। मंत्री राजू सिंह की सक्रिय छवि, ज़मीनी जुड़ाव और क्षेत्रीय प्रभाव को देखते हुए पार्टी का यह निर्णय चुनावी दृष्टि से रणनीतिक और सटीक माना जा रहा है।
अब देखना यह होगा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में यह विश्वास भाजपा के लिए कितनी सीटें सुरक्षित करता है।