Baadh PAX President Electrocution: राणाबीघा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष अनिल सिंह की करंट लगने से मौत
बिहार के बाढ़ अनुमंडल क्षेत्र से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है, जहाँ Baadh PAX President Electrocution की घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। जानकारी के अनुसार, राणाबीघा पंचायत के लोकप्रिय पैक्स अध्यक्ष अनिल सिंह की खेत में काम करते समय करंट लगने से मौत हो गई। यह हादसा बुधवार की शाम हुआ, जब वे अपने खेत में बोरिंग मोटर चालू करने गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, खेत में लगे बोरिंग पंप का स्विच ऑन करते समय अनिल सिंह खुली तार के संपर्क में आ गए। करंट का झटका इतना तेज था कि वे मौके पर ही गिर पड़े। वहां मौजूद मजदूरों ने तुरंत शोर मचाया और लोगों को बुलाया। ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें तार से अलग किया और बाढ़ अनुमंडल अस्पताल ले गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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अस्पताल परिसर में जैसे ही यह खबर फैली, पूरा इलाका गमगीन हो गया। राणाबीघा और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए। उनके समर्थकों और शुभचिंतकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
परिजनों ने बताया कि अनिल सिंह रोज शाम खेत देखने जाते थे। आज भी वे हमेशा की तरह गए थे। परिजनों ने कहा कि बोरिंग मोटर में पहले से लीकेज की समस्या थी, जिसकी मरम्मत के लिए मैकेनिक बुलाया गया था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया।
अनिल सिंह कई वर्षों से लगातार राणाबीघा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष के पद पर निर्विरोध चुने जा रहे थे। वे क्षेत्र में एक सशक्त और मिलनसार जनप्रतिनिधि के रूप में जाने जाते थे। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके निधन की खबर सुनते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
ग्रामीणों का कहना है कि अनिल सिंह किसानों के हक और पंचायत के विकास कार्यों में हमेशा आगे रहते थे। उन्होंने गरीब और जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए कई बार निजी स्तर पर भी कदम उठाए।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि अनिल सिंह के परिवार को सरकारी सहायता और उचित मुआवजा दिया जाए। वहीं, बाढ़ थानाध्यक्ष ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है।
राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। नेताओं ने कहा कि अनिल सिंह जैसे जमीनी नेता का जाना क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। पंचायत के लोगों ने उन्हें एक सच्चा जनसेवक बताया, जो हमेशा जनता के बीच रहते थे।
वेब स्टोरी:
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। खेतों में खुले तार, बिना इंसुलेशन के कनेक्शन और असुरक्षित पंपिंग सेट के कारण हर साल कई दुर्घटनाएं होती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि बिजली सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ाना बेहद जरूरी है।
प्रशासन ने कहा है कि इस हादसे की पूरी जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसे हादसे न हों, इसके लिए दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।
फिलहाल, अनिल सिंह का पार्थिव शरीर उनके गांव राणाबीघा पहुंचाया गया है, जहाँ गुरुवार को उनका अंतिम संस्कार पूरे सम्मान के साथ किया जाएगा। गांव में हर किसी की जुबान पर एक ही बात है — “ऐसे इंसान फिर नहीं मिलेंगे।”