बाढ़, डिजिटल डेस्क।
बाढ़ रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार देर रात एक भयानक गैंगवार की वारदात सामने आई। प्लेटफार्म संख्या एक के पूर्वी छोर पर हुए इस विवाद में 27 वर्षीय भोनुपाल की चाकू मारकर हत्या कर दी गई, जबकि बीच-बचाव करने आए गणेश पाल गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि प्लेटफार्म पर तीन युवक गांजा पी रहे थे, तभी आपसी कहासुनी इतनी बढ़ गई कि राजू उर्फ लंगड़ा (दिव्यांग) ने भोनुपाल पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। घायलों की तत्काल मदद के बावजूद भोनुपाल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

घटना के समय रेल पुलिस की देरी और लापरवाही के कारण हमलावर फरार हो गया। इससे रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल बन गया।
स्थानीयों और यात्रियों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने बताया कि रात के समय स्टेशन पर खड़ा होना ही खतरनाक हो गया है। यात्रियों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। कई लोग डर के कारण प्लेटफार्म पर आने से बच रहे हैं।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा, “हमने देखा कि लड़ाई इतनी हिंसक थी कि पुलिस आने से पहले ही भोनुपाल गंभीर रूप से घायल हो गया। अगर समय पर हस्तक्षेप होता तो शायद यह जानलेवा वारदात टल सकती थी।”
पुलिस कार्रवाई
घटना के बाद मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस फरार आरोपी राजू की तलाश में जुट गई है। उन्होंने आसपास के सीसीटीवी फुटेज को कब्जे में लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ऐसे गंभीर हिंसात्मक मामलों में तेजी से कार्रवाई की जा रही है और दोषी को कानून के अनुसार सजा दिलाई जाएगी।

सामाजिक संदेश और सुरक्षा चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि युवाओं में मादक पदार्थों और विवादास्पद गतिविधियों के कारण हिंसक घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि रेलवे प्लेटफार्मों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई जाए, ताकि किसी भी तरह की हिंसक घटना को रोका जा सके।
बाढ़ रेलवे स्टेशन की यह घटना यह दर्शाती है कि मादक पदार्थों के विवाद और युवाओं में असामाजिक व्यवहार कभी-कभी जानलेवा बन सकते हैं। प्रशासन, पुलिस और समुदाय को मिलकर ऐसे मामलों में सक्रिय रूप से रोकथाम और निगरानी करनी होगी।