बीजेपी की बड़ी बैठक में Bihar Assembly Elections की रणनीति पर चर्चा, चिराग की नाराजगी पर भी फोकस
बिहार में Bihar Assembly Elections की घोषणा होते ही राजनीतिक हलकों में हलचल बढ़ गई है। इसी क्रम में आज बिहार बीजेपी ने अपने प्रदेश कार्यालय में बड़ी बैठक आयोजित की, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। यह बैठक इस लिहाज से काफी अहम मानी जा रही है क्योंकि इसमें आगामी चुनाव में रणनीति और पिछली बार हारने वाले क्षेत्रों पर विशेष चर्चा की गई।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने बैठक की शुरुआत करते हुए कहा कि आज का मुख्य उद्देश्य उन सीटों पर चर्चा करना है, जहां पार्टी पिछली बार किसी कारणवश जीत नहीं पा सकी थी। उन्होंने बताया कि आगामी Bihar Assembly Elections में पार्टी हर जिले में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए विशेष रणनीति अपनाएगी।
बैठक में बीजेपी के कई बड़े नेता उपस्थित थे, जिनमें बिहार सरकार के मंत्री प्रेम कुमार, सांसद संजय जायसवाल, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, नेता विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, और मंत्री मंगल पांडेय शामिल थे। इन नेताओं ने चुनावी रणनीति के अलावा एनडीए में चल रही खींचतान और चिराग पासवान की नाराजगी पर भी विस्तार से चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह भी तय किया गया कि पिछली बार हारने वाले क्षेत्रों में पार्टी के मजबूत उम्मीदवारों को आगे रखा जाएगा और संगठनात्मक स्तर पर अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। इसके लिए विभिन्न जिलों में पार्टी की बैठकें और grassroots स्तर पर चुनाव प्रचार तेज करने का निर्णय लिया गया।

बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने बैठक में स्पष्ट किया कि पार्टी को बिहार के ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बार Bihar Assembly Elections में रणनीति का मुख्य फोकस विकास कार्यों, रोजगार, और किसानों के हितों पर रहेगा। वहीं, सांसद संजय जायसवाल ने एनडीए में चिराग की नाराजगी को लेकर कहा कि पार्टी के सभी घटक मिलकर ही चुनाव में सफलता सुनिश्चित करेंगे।
बैठक के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी चुनाव में सीटों की रणनीति तय करना और संगठन को मजबूत बनाना था। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी चुनाव प्रचार में नए तकनीकी साधनों और डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग करेगी, जिससे वोटरों तक संदेश तेजी से पहुंचे।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि बिहार में इस बार चुनाव काफी चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि जनता में विकास और रोजगार को लेकर उच्च उम्मीदें हैं। बीजेपी की यह बैठक इस लिहाज से महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें पार्टी ने पिछली बार की हार से सबक लेकर रणनीति बनाई है। पार्टी नेतृत्व की मंशा है कि Bihar Assembly Elections में सभी महत्वपूर्ण सीटों पर पूरी ताकत से चुनाव लड़ा जाए।
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बैठक के बाद पार्टी नेताओं ने कहा कि आगामी सप्ताहों में सभी जिलों में बैठकें आयोजित की जाएंगी, जिससे स्थानीय स्तर पर चुनावी तैयारियों को और अधिक गति मिल सके। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीए के सभी घटक इस बार सहयोगात्मक और एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे।