बिहार में चुनावी माहौल गरमाया, नेताओं के बयान ने बढ़ाई हलचल
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का पहला चरण अब बस कुछ ही घंटे दूर है। 6 नवंबर को मतदान होना है और आज प्रचार का आखिरी दिन है। इस मौके पर राज्य की सियासत में बयानबाजी ने नई रफ़्तार पकड़ ली है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पार्टी विधायक तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसा है।
तेज प्रताप ने कहा, “तेजस्वी अभी बच्चा है, चुनाव के बाद झुनझुना पकड़ाएंगे।” यह बयान बिहार की सियासत में नई हलचल पैदा कर रहा है।
तेजस्वी पर तंज और सियासी संदेश
तेज प्रताप के इस बयान को कई राजनीतिक विश्लेषक परिवारिक मतभेद के संकेत के रूप में देख रहे हैं। हालांकि आरजेडी समर्थक इसे मज़ाकिया टिप्पणी बताकर टाल रहे हैं।
तेज प्रताप ने एक जनसभा में कहा कि पार्टी में मेहनत का सम्मान होना चाहिए और हर कार्यकर्ता को उचित स्थान मिलना चाहिए। उनके इस बयान को आरजेडी की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, तेज प्रताप का यह बयान कुछ नेताओं के टिकट वितरण से असंतोष के कारण आया है।
पहले चरण की वोटिंग की तैयारियां पूरी
बिहार चुनाव आयोग ने बताया है कि पहले चरण में 10 जिलों की 94 सीटों पर मतदान होना है। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी निगरानी रहेगी। संवेदनशील बूथों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
इस चरण में 1.7 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
मोदी, शाह, योगी और राहुल की रैलियों से बढ़ा माहौल
आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है, और सभी पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार की महिलाओं से संवाद किया और कहा कि राज्य की महिलाएं विकास की सबसे बड़ी ताकत हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार बिहार को विकास और सुरक्षा दोनों देगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने पटना और गया में जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है, केवल सत्ता पाने की भूख है।
दूसरी ओर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने भी अपनी सभाओं में एनडीए पर तीखे प्रहार किए।
राहुल ने कहा कि भाजपा ने बिहार को बेरोजगारी और पलायन दिया है, जबकि तेजस्वी ने वादा किया कि उनकी सरकार बनने पर युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जाएंगी।
महिलाओं और युवाओं पर सबकी नजर
इस चुनाव में महिलाओं और युवा मतदाताओं की भूमिका अहम मानी जा रही है।
पिछले चुनाव में महिलाओं की मतदान दर पुरुषों से अधिक रही थी। इस बार भी महिला मतदाता बड़ी संख्या में अपने मत का प्रयोग करेंगी।
युवाओं के मुद्दों पर तेजस्वी यादव ने कई वादे किए हैं, वहीं एनडीए ने भी “युवा विकास मिशन” का वादा किया है।
राजनीतिक माहौल और जनता की सोच
पटना, गया, नालंदा और भागलपुर के इलाकों में जनता से बातचीत में पता चलता है कि माहौल काफ़ी मिश्रित है।
कुछ मतदाता सरकार के काम से खुश हैं, जबकि कुछ बदलाव चाहते हैं।
तेज प्रताप के बयान ने चुनावी बहस को नया रंग दिया है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि यह बयान आरजेडी को नुकसान भी पहुंचा सकता है, क्योंकि इससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति बनती है।
चुनाव आयोग की अपील और शांति की उम्मीद
चुनाव आयोग ने सभी दलों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
सुरक्षा एजेंसियों ने 48 घंटे का साइलेंस पीरियड लागू कर दिया है।
आयोग ने मतदाताओं से अपील की है कि वे निर्भीक होकर मतदान करें और किसी भी दबाव में न आएं।
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण तय करेगा कि जनता किस पर भरोसा करती है।
तेज प्रताप का तंज हो या तेजस्वी का वादा, मतदाताओं के लिए मुद्दे अब रोजगार, शिक्षा और विकास पर टिके हैं।
सभी दल अपनी-अपनी रणनीति में व्यस्त हैं, लेकिन अब फैसला जनता के हाथ में है।