Rabri Devi Residence Protest: पटना में राबड़ी देवी आवास पर टिकट बंटवारे को लेकर समर्थकों और विरोधियों का हंगामा
Rabri Devi Residence Protest के चलते बिहार की राजनीति में नया तूफ़ान उठ खड़ा हुआ है। जैसे-जैसे Bihar Election 2025 करीब आता जा रहा है, महागठबंधन के भीतर टिकट बंटवारे को लेकर घमासान बढ़ता जा रहा है। सूत्रों की मानें तो उम्मीदवारों की लिस्ट लगभग तैयार है, बस औपचारिक घोषणा बाकी है। लेकिन उससे पहले ही पटना स्थित राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड आवास के बाहर समर्थकों और विरोधियों ने मोर्चा संभाल लिया है।
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देर रात तक राजद (RJD) कार्यकर्ताओं की भीड़ लगातार नारेबाजी करती रही। कुछ समर्थक अपने पसंदीदा नेताओं को टिकट देने की मांग कर रहे थे तो वहीं कुछ कार्यकर्ता वर्तमान विधायकों के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे थे।
राबड़ी देवी के आवास के बाहर का नज़ारा किसी राजनीतिक जनसभा से कम नहीं था। “हमारे नेता को टिकट दो” और “पुरानों को हटाओ, नए को लाओ” जैसे नारे माहौल में गूंज रहे थे।
विवाद में घिरी सीटें और विरोध की वजहें
इस Rabri Devi Residence Protest के केंद्र में चार प्रमुख विधानसभा सीटें हैं — मसौढ़ी, जहानाबाद, बरहरा और ओबरा।
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मसौढ़ी (Masaurhi) से विधायक रेखा देवी के खिलाफ कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
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जहानाबाद (Jehanabad) से विधायक सुदाय यादव पर जनता से दूरी बनाने के आरोप लगे हैं।
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बरहरा (Barhara) से पूर्व विधायक सरोज यादव के खिलाफ नारेबाजी हुई।
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वहीं ओबरा (Obra) क्षेत्र से सोम प्रकाश को टिकट देने की मांग लगातार उठ रही है।
इन सीटों पर कार्यकर्ताओं का असंतोष इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि टिकट वितरण को लेकर राजद के भीतर असंतुलन गहराता जा रहा है।
तेजस्वी यादव के सामने बढ़ी मुश्किलें
राजद के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) के लिए यह स्थिति बेहद कठिन हो गई है। एक तरफ युवा कार्यकर्ता नए चेहरों को मौका देने की मांग कर रहे हैं, वहीं पुराने विधायकों का तर्क है कि वे जनता के बीच सक्रिय रहे हैं।
तेजस्वी यादव लगातार संगठन के भीतर एकता बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विरोध का यह सिलसिला अब पटना की सड़कों तक पहुंच चुका है।
प्रशासनिक सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था
Rabri Devi Residence Protest के दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहा। आचार संहिता लागू होने के बाद प्रशासन ने राबड़ी देवी आवास के बाहर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए हैं। देर रात तक पुलिस की कई टीमें भीड़ को नियंत्रित करने में लगी रहीं।
पटना पुलिस के अनुसार, हालात किसी भी समय बिगड़ सकते थे, इसलिए मौके पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
राजद में लोकतंत्र या अंदरूनी असंतोष?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह विरोध पार्टी के अंदर “लोकतांत्रिक असहमति” के रूप में देखा जा सकता है, लेकिन जब यह सार्वजनिक प्रदर्शन में बदल जाए, तो यह संगठनात्मक अनुशासन पर सवाल उठाता है।
राजद के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि तेजस्वी यादव पारदर्शी टिकट वितरण चाहते हैं, लेकिन पार्टी के पुराने गुट अपने प्रभाव को बनाए रखने की पूरी कोशिश में हैं।
वेब स्टोरी:
आगे क्या?
अब देखना यह होगा कि जब उम्मीदवारों की सूची जारी होगी, तो क्या असंतोष और बढ़ेगा या फिर पार्टी इसे संभाल लेगी। फिलहाल, 10 सर्कुलर रोड पर जारी यह Rabri Devi Residence Protest बिहार की राजनीति के बदलते समीकरणों की झलक दे रहा है।
महागठबंधन की घोषणा से पहले जो माहौल पटना में बन चुका है, उससे यह साफ है कि बिहार चुनाव का असली संघर्ष अब घर-घर तक पहुंच गया है — और इसकी पहली झलक राबड़ी देवी आवास के बाहर दिखाई दी है।