AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने Purnia में “Owaisi BJP Attack” करते हुए सीमांचल की जनता पर बदनाम करने के आरोप लगाए
केंद्र सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला
पूर्णिया। AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूर्णिया में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में केंद्र सरकार और बीजेपी (BJP) पर तीखा हमला बोला। सीमांचल (Seemanchal) क्षेत्र में जनसंख्या और राजनीतिक मुद्दों पर उन्होंने केंद्र की नीतियों पर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि बीजेपी लगातार इस क्षेत्र की जनता को बदनाम करने का प्रयास कर रही है।
सीमांचल में डेमोग्राफी पर सवाल
ओवैसी ने कहा, “सीमांचल में डेमोग्राफी बदलने की बात करने वाले पहले अपने गिरेबान में झांकें। अगर वाकई जनसंख्या परिवर्तन हो रहा है, तो 11 वर्षों तक गृह मंत्री रहे आप क्यों नहीं रोक पाए?” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया सीमांचल दौरे और घुसपैठ (Illegal Immigration) के मुद्दे पर किए गए बयान को भी कठघरे में खड़ा किया।
Owaisi BJP Attack का सटीक संदेश
इस अवसर पर AIMIM प्रमुख ने स्पष्ट किया कि यह एक Owaisi BJP Attack है, जिसमें उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री बांग्लादेश की बात करते हैं, लेकिन चीन सीमा पर बन रहे एयरस्ट्रिप या नेपाल में हुए तख्तापलट पर चुप रहते हैं। 65 लाख कथित घुसपैठियों का नाम पहले ही चुनाव आयोग ने हटा दिया है। यह सब सीमांचल की जनता को बदनाम करने की साजिश है, जिसका जवाब जनता चुनाव में देगी।”
शेख हसीना पर तंज और राजनीतिक हलचल
ओवैसी ने तंज कसते हुए कहा, “अगर शेख हसीना को दिल्ली में बैठाया गया है, तो उन्हें सीमांचल भेज दें, बाहर का रास्ता हम दिखा देंगे।” उनके इस बयान ने सीमांचल की राजनीतिक सियासत में हलचल पैदा कर दी है।
क्रिकेट और खेल पर ओवैसी की राय
पाकिस्तान के साथ क्रिकेट (Pakistan Cricket) मैचों पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही संसद में यह स्पष्ट कर दिया था कि पाकिस्तान से मैच नहीं होना चाहिए। “मोदी जी कहते थे कि पानी और खून साथ नहीं बह सकते, तो फिर एशिया कप का बहिष्कार क्यों नहीं किया गया? बीजेपी का तर्क सही नहीं है,” उन्होंने टिप्पणी की।
राजनीतिक गठबंधन और समीकरण
राजनीतिक गठबंधन और समीकरण पर ओवैसी ने कहा कि AIMIM ने आरजेडी (RJD) को गठबंधन का प्रस्ताव भेजा था, जिसे ठुकरा दिया गया। उन्होंने कहा, “अब साफ हो गया कि कौन किसकी ‘बी टीम’ है।”
धार्मिक सौहार्द और राजनीतिक दृष्टिकोण
उन्होंने धार्मिक सौहार्द (Religious Harmony) पर भी बात की और कहा, “कोई पैगंबर से मोहब्बत करे या महादेव से, यही भारत की खूबसूरती है। लेकिन बीजेपी इस मोहब्बत की विरोधी है।”
सचिन पायलट के बयान पर टिप्पणी
सचिन पायलट के हालिया बयान पर ओवैसी ने कहा, “यह पार्टी का आंतरिक मामला है, लेकिन उन्होंने जो कहा, वह सही है।” उनके इस बयान ने सीमांचल की चुनावी राजनीति में नई गर्मी और बहस को जन्म दिया है।
वेब स्टोरी:
सीमांचल की चुनावी सियासत और AIMIM का रुख
विशेषज्ञ मानते हैं कि ओवैसी के इस बयान से आगामी विधानसभा चुनावों में सीमांचल की सियासत और अधिक रोचक हो सकती है। AIMIM प्रमुख का रुख यह साफ करता है कि वह सीमांचल के मुद्दों को राष्ट्रीय राजनीति में प्रमुखता देना चाहते हैं और बीजेपी को सीधे चुनौती दे रहे हैं।
जनता के लिए आश्वासन और रणनीति
इस संवाददाता सम्मेलन में ओवैसी ने सीमांचल क्षेत्र की जनता के लिए कई प्रस्ताव और आश्वासन भी दिए। उनका संदेश स्पष्ट था: क्षेत्र की पहचान और जनता की गरिमा किसी राजनीतिक खेल का हिस्सा नहीं बन सकती। AIMIM प्रमुख का यह आक्रामक रुख चुनावी रणनीति के तहत देखा जा रहा है। उनका कहना है कि सीमांचल की जनता को राजनीतिक प्रयोगों का शिकार नहीं बनने दिया जाएगा।