बिहार की राजनीति में इन दिनों Rahul Gandhi Security सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधते हुए पूछा है कि आखिर Rahul Gandhi Security और उनकी SPG Security क्यों हटाई गई और अब तक इसे बहाल क्यों नहीं किया गया।
राजेश राम ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और एक बड़े राष्ट्रीय नेता हैं। वे लगातार भारत जोड़ो यात्रा, वोटर अधिकार यात्रा और अलग-अलग अभियानों के जरिए जनता के बीच मौजूद रहते हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा को हल्के में लेना देश के लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरा है।
उन्होंने कहा कि “मैंने खुद देखा कि वोटर अधिकार यात्रा के दौरान राहुल गांधी बिना पर्याप्त सुरक्षा के यात्रा कर रहे थे। उन्हें पहले भी कई बार धमकियां मिल चुकी हैं। उनके परिवार ने भी अतीत में हिंसा और हमलों का सामना किया है। इसलिए सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए कि राहुल गांधी केवल एक व्यक्ति नहीं बल्कि देश की राजनीति के केंद्रीय किरदार हैं। और यही कारण है कि Rahul Gandhi Security बहाल होना जरूरी है।”
Also Read:
सीतामढ़ी CSP संचालक की दिनदहाड़े हत्या: बिहार की कानून-व्यवस्था पर उठे सवाल
कांग्रेस का सीधा सवाल प्रधानमंत्री से
बिहार कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी की SPG Security हटाने का फैसला राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है। राजेश राम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया, “जब राहुल गांधी जैसे नेता को पर्याप्त सुरक्षा नहीं मिलेगी तो आम जनता की सुरक्षा की गारंटी कैसे होगी? प्रधानमंत्री को देश को बताना चाहिए कि Rahul Gandhi Security क्यों हटाई गई और इसे अब तक बहाल क्यों नहीं किया गया।”

भाजपा नेताओं पर आरोप
राजेश राम ने बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी पर भी हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि सम्राट चौधरी ने अपने चुनावी हलफनामे में गलत जन्मतिथि दी है, जो जनता के विश्वास के साथ धोखा है। उन्होंने कहा कि अब यह मामला जनता के सामने है और जनता ही तय करेगी कि ऐसे नेताओं को किस तरह से जवाब देना है।
चुनावी रणनीति और गठबंधन
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी रणनीति भी साफ कर दी है। राजेश राम ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन के तहत सम्मानजनक सीटों पर चुनाव लड़ेगी। “हम 243 सीटों पर मजबूती से उतरेंगे और भाजपा-एनडीए के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगे। इस बार जनता को असली विकल्प दिया जाएगा,” उन्होंने कहा।
सुरक्षा राजनीति का बड़ा सवाल
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राहुल गांधी की Rahul Gandhi Security सिर्फ एक व्यक्ति की सुरक्षा का मामला नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय राजनीति का अहम मुद्दा है। राहुल गांधी लगातार विपक्ष का चेहरा बने हुए हैं और उनकी सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक लोकतंत्र के लिए खतरा साबित हो सकती है।
कांग्रेस ने साफ चेतावनी दी है कि यदि राहुल गांधी की Rahul Gandhi Security बहाल नहीं की गई तो पार्टी आंदोलन का रास्ता अपनाएगी। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह सिर्फ राहुल गांधी की सुरक्षा नहीं, बल्कि देश में राजनीतिक प्रतिशोध की मानसिकता के खिलाफ भी लड़ाई है।
वेब स्टोरी:
जनता की चिंता और राजनीतिक असर
बिहार जैसे राजनीतिक रूप से संवेदनशील राज्य में इस मुद्दे का सीधा असर चुनावी समीकरणों पर पड़ सकता है। राहुल गांधी की Rahul Gandhi Security को लेकर उठे सवालों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम मतदाताओं के बीच भी गहरी चर्चा छेड़ दी है। अब सबकी नजरें प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्र सरकार के अगले कदम पर हैं।
Rashtra Bharat पर पढ़ें ताज़ा Sports, Politics, धर्म और Crime की अपडेटेड हिंदी खबरें।