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Bihar Chunav: सीवान में बाहुबल की छाया को समाप्त करने की जिम्मेदारी जनता की – मनीष वर्मा का शहाबुद्दीन परिवार पर कड़ा वार

Manish Verma Statement on Shahabuddin Family
Manish Verma Statement on Shahabuddin Family | सीवान में लोकतांत्रिक राजनीति को मजबूती देने की अपील
अक्टूबर 25, 2025

बाहुबल का साया: सीवान की राजनीति में एक चुनौती

सीवान जिले में आज एक बार फिर राजनीतिक उथल-पुथल देखने को मिली। जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष वर्मा ने शहाबुद्दीन परिवार के खिलाफ तीखा हमला बोलते हुए कहा कि रघुनाथपुर का आगामी चुनाव केवल एक विधानसभा सीट की लड़ाई नहीं है, बल्कि पूरे क्षेत्र के भविष्य को सुरक्षित करने की लड़ाई है।

मनीष वर्मा ने स्पष्ट किया कि “जो पिता की विरासत संभालने जा रहा है, वही उस भय और आतंक की राजनीति को फिर से जीवित करने का प्रयास कर रहा है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि सीवान की जनता फिर से बाहुबल के भय में न जी सके।” उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों और विकास की दिशा में मिलकर आगे बढ़ना ही असली शक्ति है।

लोकतांत्रिक मूल्य और विकास की आवश्यकता

जेडीयू नेता ने कहा कि इस क्षेत्र में पिछले वर्षों में बाहुबल और अपराध की राजनीति ने सामान्य जनता को हमेशा असुरक्षित रखा है। “यदि हम समय रहते चेतावनी नहीं देंगे और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को मजबूत नहीं करेंगे, तो यह शाखा एक बार फिर बड़ा रूप ले लेगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जनता को अपने मत का सही प्रयोग करते हुए विकासमुखी और ईमानदार नेतृत्व को समर्थन देना चाहिए।

मनीष वर्मा ने यह भी कहा कि रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र का चुनाव केवल राजनीतिक दलों के लिए नहीं, बल्कि पूरे जिले के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए निर्णायक है। “जनता का यह दायित्व है कि वह अपने भविष्य के लिए सही विकल्प चुने। विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी संरचना में सुधार की दिशा में कदम उठाने वाला नेतृत्व ही सच्चा प्रतिनिधि है।”

शहाबुद्दीन परिवार और बाहुबल का इतिहास

सीवान में शहाबुद्दीन परिवार का नाम हमेशा विवादों और आतंक की राजनीति से जुड़ा रहा है। मनीष वर्मा ने यह याद दिलाते हुए कहा कि “पिछले वर्षों में इस परिवार ने क्षेत्र की राजनीति और सामान्य जनजीवन पर जिस तरह का दबदबा बनाया, वह कभी नहीं भुलाया जा सकता। अब समय है कि जनता इस इतिहास को याद रखकर अपने भविष्य को सुरक्षित करे।”

उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक दलों को केवल सत्ता पाने की राजनीति नहीं करनी चाहिए, बल्कि जनता के कल्याण और विकास को प्राथमिकता देनी चाहिए। इस संदर्भ में मनीष वर्मा ने एनडीए प्रत्याशियों का समर्थन करने की अपील की और कहा कि यह चुनाव विकास और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा करने का अवसर है।

जनता की जागरूकता और जिम्मेदारी

मनीष वर्मा ने जनता से सीधे संवाद करते हुए कहा कि “सीवान को फिर से बाहुबल के साये में नहीं जाने देना हमारी साझा जिम्मेदारी है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि आगामी चुनाव में केवल विकासमुखी और ईमानदार नेतृत्व को मौका मिले।”

उन्होंने मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म के माध्यम से यह भी संदेश दिया कि लोकतंत्र में जनता की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। यदि जनता सतर्क और जागरूक रहेगी, तो क्षेत्र में स्थिरता, शांति और विकास की संभावनाएं अधिक मजबूत होंगी।

सीवान में मनीष वर्मा का यह बयान न केवल चुनावी माहौल को प्रभावित कर रहा है, बल्कि स्थानीय जनता के लिए चेतावनी और प्रेरणा दोनों का संदेश भी है। लोकतंत्र और विकास के पक्षधर नेता लगातार यह प्रयास कर रहे हैं कि बाहुबल की राजनीति और आतंक के दौर को पुनः जीवित न होने दिया जाए।

सीवान की जनता अब निर्णय के मोड़ पर खड़ी है, और यह चुनाव केवल एक विधानसभा सीट के लिए नहीं, बल्कि पूरे जिले के भविष्य के लिए निर्णायक साबित होगा।

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