हाजीपुर में कहर बनी आकाशीय बिजली
हाजीपुर (वैशाली)। बिहार के हाजीपुर जिले के गोरौल प्रखंड क्षेत्र में शनिवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मौसम के अचानक करवट लेने के साथ आए तूफान और आकाशीय बिजली ने एक सरकारी विद्यालय पर कहर ढा दिया। घटना के समय स्कूल में सैकड़ों बच्चे और शिक्षक मौजूद थे। गनीमत रही कि सभी की जान बच गई, हालांकि कुछ छात्रों को मामूली चोटें आई हैं।
स्कूल की छत पर गिरी बिजली, छप्पर उड़ गया
स्थानीय लोगों के अनुसार, दोपहर में अचानक चक्रवाती हवा के साथ तेज गरज और बारिश शुरू हुई। उसी दौरान आकाशीय बिजली स्कूल की छत पर गिर गई। बिजली गिरने की तेज आवाज के साथ कक्षा कक्ष का छप्पर उड़ गया और छत का एक बड़ा हिस्सा गिर पड़ा। इससे बच्चों और शिक्षकों में अफरातफरी मच गई।

शिक्षकों ने तुरंत सभी छात्रों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया। कई बच्चों ने भय से चीखना शुरू कर दिया, जबकि कुछ घायल बच्चों को प्राथमिक उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया।
भयावह दृश्य, अब भी दहशत में छात्र और शिक्षक
घटना के बाद विद्यालय परिसर में बिजली गिरने से मलबा और टूटी दीवारों के टुकड़े बिखरे पड़े थे। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हादसा इतना भयावह था कि पूरा इलाका बिजली की गड़गड़ाहट और धुएं से भर गया था।
स्कूल के एक शिक्षक ने बताया, “अगर यह घटना कुछ मिनट पहले या बाद में होती, तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। बच्चों को किसी तरह कक्षा से बाहर निकालकर बचाया गया।”

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने पहले ही बिहार के कई जिलों में तेज आंधी और आकाशीय बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया था। वैशाली जिले में शनिवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ लगातार बारिश हो रही थी, जिससे जनजीवन प्रभावित है।
प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और खुले स्थानों पर जाने से बचने की सलाह दी है। वहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रभावित विद्यालय की मरम्मत जल्द कराई जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।
हाजीपुर में हुई यह घटना एक बार फिर इस बात की चेतावनी देती है कि मौसमी बदलाव और आकाशीय बिजली की घटनाएं ग्रामीण इलाकों में कितना बड़ा खतरा बन चुकी हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूलों और सार्वजनिक स्थलों पर लाइटनिंग अरेस्टर जैसे सुरक्षा उपकरण लगाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से जनहानि रोकी जा सके।