बस्तर में अमित शाह का संदेश: स्वदेशी अपनाएँ, नक्सलवाद छोड़ें
जगदलपुर/रायपुर। केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बस्तर की जनता से अपील की कि वे अपने युवाओं को हथियार छोड़ने के लिए प्रेरित करें और मुख्यधारा में आकर बस्तर के विकास में सक्रिय भाग लें। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद से किसी का भला नहीं हुआ और छत्तीसगढ़ एवं केंद्र सरकार समस्त नक्सली क्षेत्रों के विकास के लिए समर्पित है।

सरेंडर पॉलिसी और नक्सलियों का एक माह में 500 से अधिक सरेंडर
श्री शाह ने मुरिया दरबार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की बनाई सरेण्डर पॉलिसी के तहत एक ही माह में 500 से अधिक नक्सलियों ने सरेंडर किया है। उन्होंने कहा कि नक्सली मुक्त होने पर प्रत्येक गाँव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दिए जाएंगे।

बस्तर की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान
केंद्रीय मंत्री ने बस्तर दशहरा, स्थानीय ओलंपिक, पंडुक, खान-पान, वस्त्र-आभूषण और वाद्य यंत्रों को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने की बात कही। उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि यदि 140 करोड़ की आबादी स्वदेशी का उपयोग अपनाए, तो भारत को दुनिया की सर्वोच्च आर्थिक व्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता।

आदिवासी सम्मान और विकास योजनाएँ
श्री शाह ने आदिवासी सम्मान के लिए सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के आदिवासी प्रतिनिधित्व, जनजाति गौरव वर्ष, हर घर गैस कनेक्शन, शौचालय, बीमा योजनाएँ, पद्म पुरस्कारों द्वारा आदिवासी सम्मान, महतारी वंदन योजना की किश्त और मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना का उल्लेख किया।
बस्तर का विकास: निवेश, शिक्षा और स्वास्थ्य
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के लिए पिछले 10 वर्षों में लगभग 4.40 लाख करोड़ रुपए निवेश किए गए हैं। उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य के संसाधन विकसित किए जा रहे हैं। लघु उद्योगों को भी बढ़ावा दिया जा रहा है और राज्य का विकास दिन-दुगनी रात-चौगुनी गति से हो रहा है।