संदिग्ध आमिर राशिद अली की गिरफ्तारी और कोर्ट में पेशी
दिल्ली में हुए कार विस्फोट प्रकरण ने देश की सुरक्षा व्यवस्था पर पुनः गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। राष्ट्रीय जाँच एजेंसी एनआईए ने इस मामले में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त करते हुए कश्मीर निवासी युवक आमिर राशिद अली को गिरफ्तार किया, जिसे सोमवार को दिल्ली की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे दस दिनों की एनआईए कस्टडी में भेजने का आदेश दिया, जिससे जाँच एजेंसी को पूछताछ के विस्तृत अवसर प्राप्त हो सकें।
यह गिरफ्तारी एनआईए द्वारा रविवार को किए गए व्यापक जाँच अभियान के पश्चात हुई। प्रारंभिक जाँच में यह स्पष्ट संकेत मिले कि आमिर राशिद अली और उसके साथी आतंकी उमर नबी ने मिलकर इस विस्फोट की योजना तैयार की थी। दोनों की मिलीभगत और उनके नेटवर्क की सक्रियता ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है।
आतंकी साजिश में आमिर और उमर की कथित भूमिका
जाँच में सामने आए तथ्यों से यह बात स्पष्ट हुई कि विस्फोट में प्रयुक्त कार आमिर राशिद अली के नाम पर पंजीकृत थी। इससे उसकी भूमिका को लेकर संदेह और गहरा गया है। एनआईए सूत्रों के अनुसार, आमिर और उमर लंबे समय से एक-दूसरे के संपर्क में थे और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने की योजना बना रहे थे।
सूत्रों का कहना है कि उमर नबी ने ही सुसाइड बॉम्बर को तैयार किया था, जबकि आमिर ने उसे सहयोग और संसाधन उपलब्ध कराए। दोनों ने मिलकर दिल्ली जैसे संवेदनशील शहर में बड़े विस्फोट की योजना बनाई। इस योजना का उद्देश्य न केवल बड़े पैमाने पर जनहानि पहुंचाना था, बल्कि सुरक्षा एजेंसियों को चुनौती देना भी था।
विस्फोट में हुई जनहानि और राजधानी में बढ़ी सुरक्षा
कार विस्फोट में दस लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बत्तीस लोग घायल हुए हैं। इस घटना ने राजधानी में भय और असुरक्षा का वातावरण पैदा कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने क्षेत्र में तैनाती बढ़ा दी है, साथ ही महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों, भीड़भाड़ वाले बाजारों और संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है।
एनआईए ने मामले को दिल्ली पुलिस से अपने हाथ में लेने के पश्चात तेजी से पड़ताल शुरू की और कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाए। कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दस्तावेज और संदिग्ध गतिविधियों के संकेत देने वाली सामग्री जब्त की गई है। इनसे मिलने वाली जानकारी आने वाले दिनों में जाँच को और स्पष्ट दिशा दे सकती है।
एनआईए की पूछताछ से खुल सकते हैं बड़े राज
एनआईए का मानना है कि आमिर राशिद अली पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण खुलासे कर सकता है। उसकी गिरफ्तारी से आतंकी नेटवर्क के विभिन्न स्तरों तक पहुँच संभव हो सकती है। यह भी आशंका है कि यह विस्फोट किसी बड़े आतंकी संगठन की व्यापक योजना का हिस्सा था, जिसके अन्य सदस्य अभी भी सक्रिय हो सकते हैं।
पूछताछ का फोकस आमिर के संपर्कों, वित्तीय लेन-देन, पिछले कुछ महीनों की गतिविधियों और उमर नबी के साथ उसकी बैठकों पर रहेगा। यदि आमिर बात खोलता है, तो आतंकी संरचनाओं का बड़ा हिस्सा उजागर हो सकता है, जिससे भविष्य में होने वाली संभावित घटनाओं को रोका जा सकेगा।
राजधानी की सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों की संयुक्त रणनीति
घटना के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर पर विशेष बैठकें की गई हैं, जिनमें केंद्रीय खुफिया एजेंसियाँ, दिल्ली पुलिस और एनआईए शामिल रहीं। राजधानी में सुरक्षा की समीक्षा की गई और संवेदनशील स्थानों पर व्यापक गश्त का निर्देश दिया गया।
यह मामला इस बात का संकेत भी है कि छोटे-छोटे मॉड्यूल और स्थानीय नेटवर्क का इस्तेमाल कर आतंकी संगठन बड़े हमले करने की योजना बना रहे हैं, जिन्हें प्रारंभिक स्तर पर रोकना अत्यंत आवश्यक है। इस प्रकार की घटनाएँ राष्ट्रीय सुरक्षा ढाँचे को नए सिरे से मजबूत करने की आवश्यकता को भी सामने लाती हैं।