दिल्ली में पारिवारिक संपत्ति विवाद ने लिया हिंसक रूप
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में मंगलवार सुबह एक हृदयविदारक और चौंकाने वाली घटना घटी, जब 72 वर्षीय बुज़ुर्ग शाहबुद्दीन को उनके ही पोतों ने गोलियों से घायल कर दिया। यह पूरी घटना पारिवारिक संपत्ति विवाद के कारण उभरी हिंसा का नतीजा है। मामला चांदनी महल थाना क्षेत्र का है और स्थानीय लोग अब भी इस हिंसक झगड़े के डर में हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह विवाद शाहबुद्दीन, उनके बेटे और पोतों के बीच लंबे समय से चल रहा था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संपत्ति के बंटवारे और अधिकारों को लेकर दोनों पक्षों के बीच पहले भी तकरार होती रही है। मंगलवार सुबह यह तकरार हिंसक रूप में तब्दील हो गई जब पोतों ने अचानक अपने दादा पर गोली चला दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जांच
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल बुज़ुर्ग को तुरंत एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने बताया कि शाहबुद्दीन की हालत स्थिर है और उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने मौके पर साक्ष्य एकत्रित किए और आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया।
चांदनी महल थाना प्रभारी ने कहा, “हमने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम गठित की है। आरोपी अभी फरार हैं और उनकी खोज जारी है। हम जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने के लिए सभी कानूनी उपाय करेंगे।”
परिवार और पड़ोसियों का रोष
स्थानीय लोगों और पड़ोसियों ने इस घटना की निंदा की। पड़ोसी अशोक कुमार ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि परिवार में चल रहे विवाद का परिणाम इतनी हिंसा में बदल जाएगा। यह घटना हम सभी के लिए चेतावनी है कि संपत्ति विवाद को हमेशा शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाना चाहिए।”
पुलिस और सामाजिक कार्यकर्ता भी इस प्रकार के पारिवारिक झगड़ों के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि अक्सर संपत्ति विवाद के चलते परिवारिक रिश्ते बिगड़ जाते हैं और यह हिंसक घटनाओं का कारण बन जाता है।
संपत्ति विवाद: क्या होता है कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार, संपत्ति विवाद आमतौर पर परिवार में आर्थिक हितों और अधिकारों के टकराव के कारण उत्पन्न होते हैं। जब विवाद समय रहते नहीं सुलझाए जाते, तो वे भावनात्मक और हिंसक रूप ले सकते हैं। न्यायालय और मध्यस्थता के माध्यम से ऐसे मामलों को हल करना आवश्यक होता है।
आगे की कानूनी प्रक्रिया
पुलिस ने पूरे इलाके में सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और सभी संदिग्धों की पहचान कर रही है। इसके साथ ही, पुलिस पड़ोसियों और परिवार के अन्य सदस्यों से भी पूछताछ कर रही है। न्यायिक प्रक्रिया के तहत आरोपी जल्द ही अदालत में पेश किए जाएंगे।
इस घटना ने दिल्ली के पारिवारिक जीवन और समाज में संपत्ति विवाद के नकारात्मक प्रभाव पर गहरी चिंता पैदा कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि परिवारिक विवादों को समय रहते हल करना ही सबसे सुरक्षित उपाय है।