महिला पत्रकार का पीछा करने के आरोप में दो गिरफ्तार
दिल्ली में एक महिला पत्रकार के साथ हुए पीछा करने और गाड़ी तोड़फोड़ के मामले में पुलिस ने तेजी दिखाई है। पुलिस ने महज कुछ घंटों में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना गुरुवार देर रात की है जब पत्रकार नोएडा से अपने घर लौट रही थी।
घटना का समय और स्थान
यह घटना 30 और 31 अक्टूबर की दरम्यानी रात करीब 12:45 बजे हुई। 35 वर्षीय महिला पत्रकार, जो एक निजी न्यूज चैनल में प्रोड्यूसर हैं, नोएडा सेक्टर 129 से अपने वसंत कुंज स्थित घर लौट रही थीं। महामाया फ्लाईओवर पर उन्होंने एक स्कूटी को ओवरटेक किया। उसी दौरान स्कूटी सवार दोनों युवक उनका पीछा करने लगे।
महिला ने सूझबूझ दिखाते हुए गाड़ी नहीं रोकी और सुरक्षित क्षेत्र की ओर बढ़ीं। जब वह लाजपत नगर फ्लाईओवर के पास पहुंचीं, तब उन्होंने रात करीब 1:30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल की और घटना की जानकारी दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
लाजपत नगर पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और महिला की सुरक्षा सुनिश्चित की। बाद में जांच से पता चला कि घटना सनलाइट कॉलोनी थाना क्षेत्र में हुई थी। वहां मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने तुरंत कई टीमें गठित कीं और सीसीटीवी फुटेज खंगाले। कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को पकड़ लिया गया। आरोपियों की पहचान शुभम और दीपक के रूप में हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों पहले भी एक आर्म्स एक्ट केस में शामिल रह चुके हैं।
महिला पत्रकार का बयान
पत्रकार ने बताया, “मैं रात करीब 12:45 बजे ऑफिस से निकली थी। दो युवक स्कूटी पर मेरे आगे आए और रास्ता रोकने लगे। शुरुआत में लगा कि मजाक है, लेकिन फिर उन्होंने पीछा करना शुरू कर दिया।”
उन्होंने कहा, “मैंने वीडियो रिकॉर्डिंग शुरू कर दी ताकि सबूत रहे। ट्रैफिक में फंसने पर एक युवक ने गाड़ी का शीशा तोड़ा और दरवाजा खोलने की कोशिश की। मैंने तेजी से गाड़ी बढ़ाई, लेकिन वे पीछे लगे रहे।”
डीएनडी पर उन्होंने फिर हमला किया। पत्रकार ने तुरंत अपने सहकर्मी को फोन कर मदद मांगी। सहकर्मी ने उन्हें ड्राइव जारी रखने और न रुकने की सलाह दी। आखिरकार जब वह आश्रम फ्लाईओवर के पास पहुंचीं, तो कुछ कैब ड्राइवरों ने उनकी मदद की। आरोपी भाग गए और पुलिस मौके पर पहुंच गई।
पुलिस का बयान
पुलिस अधिकारी ने कहा कि हर कॉल को गंभीरता से लिया जा रहा है और इस घटना की जांच पूरी सतर्कता से की जा रही है। दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता चल सके कि क्या वे अन्य घटनाओं में भी शामिल रहे हैं।
जांच और आगे की कार्रवाई
फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं। जांच टीमें यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि उनके पास हथियार थे या नहीं और उन्होंने महिला का पीछा क्यों किया। पुलिस ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सभी थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल
इस घटना ने एक बार फिर दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। देर रात काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए यह घटना एक चेतावनी के रूप में देखी जा रही है।
पुलिस का कहना है कि महिलाओं को इस तरह की स्थिति में तुरंत 112 नंबर पर कॉल करनी चाहिए और सड़क पर रुकने से बचना चाहिए।
यह समाचार पीटीआई(PTI) के इनपुट के साथ प्रकाशित किया गया है।
 
            

 
                 Asfi Shadab
Asfi Shadab 
         
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                                                             
                     
                     
                     
                     
                     
                     
                    