पत्नी की प्रताड़ना से तंग आकर एएसआई ने किया जीवन समाप्त
रेवाड़ी जिले के डहीना गांव से निकली यह खबर पूरे हरियाणा और देश में चर्चा का विषय बन गई है। हरियाणा पुलिस में तैनात असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) कृष्ण कुमार ने पत्नी की कथित प्रताड़ना और पारिवारिक कलह से व्यथित होकर आत्महत्या कर ली। कृष्ण कुमार का शव उनके ही घर के कमरे में पंखे के हुक से लटकता मिला। मौके से बरामद सुसाइड नोट में उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
विश्वास की डोर टूटी, जिंदगी ने ली दर्दनाक करवट
कृष्ण कुमार मूल रूप से रेवाड़ी जिले के जैनाबाद गांव के रहने वाले थे। गुरुग्राम में एएसआई के पद पर तैनात कृष्ण कुमार बृहस्पतिवार को अपने गांव लौटे थे। देर शाम घर के एक कमरे में उन्होंने खुदकुशी कर ली। जब परिजनों ने उन्हें फंदे से लटकता देखा, तो पूरे गांव में अफरा-तफरी मच गई।
सूचना मिलते ही डहीना चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नागरिक अस्पताल रेवाड़ी भेजा। पुलिस ने मृतक के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें उनकी पत्नी और ससुराल वालों के खिलाफ प्रताड़ना का विस्तार से जिक्र किया गया है।
शिक्षा और संघर्ष की कहानी बनी त्रासदी
सुसाइड नोट के अनुसार, कृष्ण कुमार ने वर्ष 2007 में खोल थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती से विवाह किया था। विवाह के बाद उन्होंने अपनी पत्नी को उच्च शिक्षा दिलाई और बीएड करवाकर सरकारी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी दिलाने में अहम भूमिका निभाई। कृष्ण कुमार ने अपनी पत्नी की सफलता को अपनी मेहनत का फल माना था, लेकिन वही सफलता आगे चलकर उनके रिश्ते की दीवार बन गई।
पत्नी के शिक्षिका बनने के बाद बढ़ी दूरियां
कृष्ण कुमार की पत्नी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में पीजीटी शिक्षिका के रूप में कार्यरत हैं। नौकरी लगने के कुछ समय बाद दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए। कृष्ण कुमार ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि उनकी पत्नी अब अपने मायकेवालों की बातों में आने लगी थी और उनसे अलग रह रही थी। दो साल से दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं था।
पत्नी अपने दोनों बच्चों – 13 वर्षीय बेटे और 15 वर्षीय बेटी – के साथ दिल्ली में रह रही थी। कृष्ण कुमार ने लिखा कि वह लगातार पुलिस थाने में झूठी शिकायतें दर्ज करा रही थी, जिससे वह मानसिक रूप से टूट चुके थे।
सुसाइड नोट से खुला दर्द का पन्ना
मृतक के पास से बरामद सुसाइड नोट पुलिस के लिए अहम सबूत बन गया है। पुलिस ने नोट में उल्लिखित तथ्यों के आधार पर पत्नी सहित ससुराल पक्ष के अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डहीना चौकी इंचार्ज रजनीश के अनुसार, मामले की गहन जांच की जा रही है और सुसाइड नोट में दर्ज हर बात की सत्यता की परख की जाएगी।
परिवार और समाज के लिए सवाल छोड़ गया एएसआई
कृष्ण कुमार की आत्महत्या ने न केवल उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है, बल्कि समाज में वैवाहिक रिश्तों की संवेदनशीलता को लेकर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ऐसा व्यक्ति जिसने अपनी पत्नी को आगे बढ़ने के लिए हर संभव प्रयास किया, वही जब उसी रिश्ते की उलझनों में फंसा तो जीवन की डोर ही तोड़ बैठा।
चचेरे भाई टोनी ने बताया कि जब तक पत्नी की नौकरी नहीं लगी थी, दोनों का जीवन सामान्य था। लेकिन नौकरी लगने के बाद परिस्थितियां बदल गईं और विवाद गहराता चला गया।
पुलिस की जांच और आगे की कार्यवाही
पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और अब साक्ष्यों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। अधिकारी का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल, पूरे क्षेत्र में यह घटना चर्चा का विषय बनी हुई है।
मानसिक स्वास्थ्य पर उठते प्रश्न
यह घटना एक बार फिर से यह सोचने पर मजबूर करती है कि तनाव, अवसाद और रिश्तों की जटिलताएं कैसे किसी मजबूत व्यक्ति को भी अंदर से तोड़ सकती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में संवाद और परामर्श (काउंसलिंग) बेहद जरूरी है, ताकि कोई भी व्यक्ति इस तरह का कदम उठाने से पहले मदद ले सके।
निष्कर्ष
हरियाणा के इस एएसआई की मौत सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि समाज को झकझोर देने वाली चेतावनी है — कि रिश्तों में संवाद की कमी और मानसिक दबाव इंसान की जिंदगी छीन सकता है। यह घटना बताती है कि आत्महत्या कोई समाधान नहीं, बल्कि उस दर्द की पराकाष्ठा है, जो समय रहते किसी से साझा की जा सकती थी।