झारखंड। राज्य प्रशासन में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हो रही वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अलका तिवारी को भावभीनी विदाई दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अलका तिवारी की प्रशासनिक उत्कृष्टता और उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन में कई सरकारी योजनाएं और राज्य के विकास परियोजनाएं सफलतापूर्वक लागू हुई हैं।
अलका तिवारी ने अपने कार्यकाल के दौरान हमेशा ईमानदारी, निष्ठा और पेशेवर तत्परता के साथ काम किया। उन्होंने सरकारी प्रशासन को नई दिशा दी और विभिन्न विभागों के बीच समन्वय को मजबूत किया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी नेतृत्व में कई महत्वाकांक्षी योजनाएं जैसे कि ग्रामीण विकास कार्यक्रम, शिक्षा पहल और स्वास्थ्य परियोजनाएं समय पर और प्रभावी तरीके से लागू हुईं।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त मुख्य सचिव अविनाश कुमार को पदभार संभालने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अविनाश कुमार की प्रशासनिक दक्षता और दूरदर्शिता से राज्य प्रशासन और अधिक सुदृढ़ होगा तथा सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में गति बढ़ेगी। अविनाश कुमार पहले से ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पसंदीदा आईएएस अधिकारियों में शामिल हैं और उन्हें राज्य प्रशासन की गहरी समझ है।
राज्य के नवनियुक्त विकास आयुक्त अजय कुमार सिंह सहित विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव, सचिव और वरिष्ठ अधिकारी भी इस औपचारिक समारोह में उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने अलका तिवारी के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी उनके मूल्यवान अनुभव और मार्गदर्शन से समाज को लाभ मिलेगा।
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विशेष रूप से, अलका तिवारी के कार्यकाल में झारखंड में कई आधारभूत संरचना परियोजनाएं, शिक्षा सुधार और स्वास्थ्य योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हुआ। उनका ध्यान हमेशा नागरिक-केंद्रित शासन और पारदर्शिता पर रहा। उन्होंने राज्य के सरकारी तंत्र को आधुनिकीकरण और डिजिटलकरण की दिशा में भी कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
नए मुख्य सचिव अविनाश कुमार को इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि उनके प्रशासनिक दृष्टिकोण से राज्य में विकास की नई गति आएगी। उन्होंने कहा कि अविनाश कुमार के नेतृत्व में आने वाली योजनाएं जैसे कि शहरी विकास योजनाएं, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं और किसान कल्याण योजनाओं का क्रियान्वयन और अधिक प्रभावी होगा।
इस परिवर्तन के दौरान सभी विभागों ने सुनिश्चित किया कि कार्यभार का हस्तांतरण सहज रूप से हो और प्रशासनिक निरंतरता बनी रहे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अलका तिवारी की सेवानिवृत्ति पर उनके परिवार और भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं दी।
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राज्य के लोगों ने भी अलका तिवारी को उनकी निष्ठा और ईमानदार सेवा के लिए सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर धन्यवाद दिया। वहीं, अविनाश कुमार की नियुक्ति को लेकर उम्मीद जताई जा रही है कि वह झारखंड को नए विकास के मील के पत्थरों की ओर ले जाएंगे।
अंत में, यह प्रशासनिक बदलाव झारखंड के शासन क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें अनुभवी नेतृत्व और दूरदर्शी दृष्टिकोण के माध्यम से राज्य के विकास को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया जाएगा।