नवी मुंबई एयरपोर्ट का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवी मुंबई में नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उद्घाटन किया। इस प्रोजेक्ट में धनबाद के केंद्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सिंफर) का विशेष योगदान रहा। सिंफर के वैज्ञानिकों ने उलवे पहाड़ की ऊँचाई कम कर और उलवे नदी की धारा को मोड़कर एयरपोर्ट का विकास किया।
तकनीकी विवरण
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पहाड़ और नदी का समतलीकरण: सिंफर की ब्लास्टिंग तकनीक से रनवे और टर्मिनल का निर्माण हुआ।
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रणवे और टर्मिनल: समुद्र और नदी के बीच विमान उड़ान भरेंगे।
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एमओयू: 2017 में सिंफर और सिडको महाराष्ट्र लिमिटेड के बीच तकनीकी सहयोग के लिए समझौता हुआ।
एयरो सिटी का निर्माण
सिंफर अब एयरपोर्ट के नॉन एयरपोर्ट एरिया में एयरो सिटी विकसित कर रहा है। इसमें यात्रियों के लिए होटल और अन्य सुविधाएं शामिल होंगी।
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प्रोजेक्ट में प्रतिदिन ब्लास्टिंग कर भूमि को 8 मीटर के समान स्तर पर लाया जा रहा है।
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परियोजना का अनुमानित समय: 7-8 माह, जून तक पूरा होने का लक्ष्य।
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एयरो सिटी में उच्च गुणवत्ता वाले आधारभूत ढांचे का निर्माण किया जा रहा है।
प्रोजेक्ट में योगदान
सिंफर प्रोजेक्ट लीडर डॉ. एमपी राय ने बताया कि विशेषज्ञों की देखरेख में पहाड़ी और नदी का समतलीकरण किया गया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल तकनीकी दृष्टि से चुनौतीपूर्ण थी, बल्कि यात्रियों के लिए आधुनिक और सुरक्षित हवाई सुविधा सुनिश्चित करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।
नवी मुंबई एयरपोर्ट और एयरो सिटी की पूरी संरचना महाराष्ट्र और देश के विमानन इंफ्रास्ट्रक्चर में नया आयाम जोड़ेगी।