शहीदों के परिवारों से मुख्यमंत्री की मुलाकात
रांची के मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय, कांके रोड में मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने पलामू जिला बल के शहीद आरक्षी सुनील कुमार राम और संतन कुमार मेहता के परिजनों से मुलाकात की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मान राशि के रूप में स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, पुलिस सैलरी पैकेज के अंतर्गत 1 करोड़ 10 लाख रुपए का चेक सौंपा।
मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों के साथ सहानुभूति और आत्मीयता के साथ संवाद किया और उनकी पारिवारिक स्थिति का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता और राज्य सरकार हमेशा उनके आश्रितों के दुःख-दर्द में खड़ी रहेगी।

संपूर्ण वित्तीय सहायता और कल्याण योजनाएँ
इस मौके पर यह जानकारी भी साझा की गई कि शहीद जवानों के परिजनों के बैंक खातों में 1 करोड़ 10 लाख रुपए-1 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि क्रेडिट कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने परिजनों को सुझाव दिया कि इस राशि का उपयोग बच्चों की शिक्षा और उनके उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में किया जाए।
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि राज्य सरकार शहीद जवानों के बच्चों को नि:शुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगी। रांची में एक आवासीय विद्यालय बनाया जाएगा, जो निजी विद्यालयों के स्तर पर संचालित होगा। इस विद्यालय के लिए झारखंड जगुआर में चार एकड़ भूमि चिन्हित की गई है और इसे पुलिस विभाग द्वारा संचालित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार पुलिस विभाग के जवानों और उनके परिवारों के लिए अस्पताल निर्माण पर विचार कर रही है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएँ बेहतर ढंग से उपलब्ध कराई जा सकें।

शहीद परिवारों के मनोबल का ध्यान
हेमन्त सोरेन ने शहीदों के परिजनों से कहा कि हिम्मत और धैर्य के साथ परिवार को मजबूत बनाए रखें, और किसी भी आवश्यकता के समय निसंकोच पुलिस अधिकारियों से सहायता प्राप्त करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि शहीद परिवारों को मिलने वाले सभी लाभ समय पर और पूर्ण रूप से प्रदान किए जाएँ।
मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वस्त किया कि उनके बच्चों की शिक्षा, परिवार की सुरक्षा और सामाजिक सम्मान की दिशा में राज्य सरकार लगातार प्रयासरत रहेगी।
पुलिस विभाग और बैंक के समन्वय से उपलब्ध कराई गई राशि
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री राधा कृष्ण किशोर, डीजीपी श्री अनुराग गुप्ता, पलामू एसपी श्रीमती रिष्मा रमेशन, उप महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक रांची अंचल श्री मनोज कुमार, एजीएम श्रीमती रीना कुमारी और मुख्य प्रबंधक श्री विकास कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
पुलिस विभाग के नियमों के अनुसार शहीद जवानों की पत्नियों को क्लर्क की नौकरी भी दी जाएगी। इस प्रकार, दोनों परिवारों को कुल अनुमानित 2 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई गई है, जिसमें पेंशन और अन्य सेवांत लाभ भी शामिल हैं।

झारखंड सरकार का शहीद परिवारों के प्रति प्रतिबद्ध दृष्टिकोण
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद आरक्षी जवानों का बलिदान झारखंडवासियों की सेवा और सुरक्षा के लिए सर्वोच्च है। राज्य सरकार हमेशा शहीदों और उनके परिवारों के सम्मान में कार्यरत रहेगी।
इस अवसर ने यह स्पष्ट कर दिया कि झारखंड में शहीदों के परिवारों के प्रति सरकार का निष्ठावान दृष्टिकोण है और उनके बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।