घाटशिला उपचुनाव 2025 की तैयारी — मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने दी सख्त हिदायतें
घाटशिला, 12 अक्टूबर:
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के. रवि कुमार ने शनिवार को कहा कि आगामी 45–घाटशिला (अ.ज.जा.) विधानसभा उप निर्वाचन 2025 के दौरान प्रत्येक मतदान केंद्र को मॉडल बूथ के रूप में तैयार किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर मतदान केंद्र पर बिजली, पानी, रैंप, शौचालय और दिव्यांग मतदाताओं के लिए आवश्यक सुविधाएं (Assured Minimum Facilities) सुनिश्चित की जाएं।
वे घाटशिला अनुमंडल सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे, जिसमें जिले के वरीय पदाधिकारी और निर्वाचन से जुड़े सभी कोषांगों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
निर्वाचन कार्य में जीरो एरर का लक्ष्य
श्री रवि कुमार ने कहा कि निर्वाचन कार्य में “जीरो एरर” के साथ कार्य करना आवश्यक है। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा प्रत्येक प्रक्रिया के लिए मॉड्यूल और एसओपी (Standard Operating Procedure) बनाए गए हैं, जिनका अक्षरशः पालन सभी पदाधिकारियों को करना होगा।
उन्होंने कहा कि मतदान प्रक्रिया को त्रुटिरहित और सुगम बनाने के लिए अधिकारियों को निर्वाचन प्रशिक्षण (Training) देना सुनिश्चित करें ताकि किसी भी स्तर पर गड़बड़ी या देरी न हो।

सोशल मीडिया पर निगरानी और आचार संहिता का पालन अनिवार्य
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने सोशल मीडिया पर आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामलों पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा।
उन्होंने निर्देश दिया कि सोशल मीडिया प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें “क्या करें और क्या न करें” की जानकारी दी जाए।
दिव्यांग और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा
रवि कुमार ने कहा कि जिन मतदाताओं की उम्र 85 वर्ष से अधिक है या जो दिव्यांग (PwD) हैं, उनके लिए घर से मतदान (Home Voting) की व्यवस्था की जाएगी।
ऐसे मतदाता ECInet पोर्टल या सक्षम ऐप के माध्यम से अपनी इच्छा दर्ज करा सकते हैं, या बीएलओ उनसे संपर्क कर जानकारी प्राप्त करेंगे।
जो वरिष्ठ या दिव्यांग मतदाता स्वयं मतदान केंद्र जाना चाहते हैं, उनके लिए वाहन, व्हीलचेयर, रैंप, वॉलेंटियर और सहायक की व्यवस्था अनिवार्य रूप से की जाएगी।

ईवीएम में रंगीन फोटो और बड़े अक्षरों में नाम
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं की सुविधा के लिए ईवीएम पर नए बदलाव किए हैं। अब मशीन पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें, उनके नाम और क्रम संख्या बड़े अक्षरों में अंकित रहेंगे। उन्होंने कहा कि यह कार्य आयोग के गाइडलाइन के अनुरूप ही किया जाए।
स्वीप कार्यक्रम के माध्यम से मतदाता जागरूकता पर ज़ोर
श्री रवि कुमार ने कहा कि स्वीप कार्यक्रम (SVEEP) का मुख्य उद्देश्य मतदाताओं को शिक्षित और प्रेरित करना है ताकि मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो सके।
उन्होंने निर्देश दिया कि जिन मतदान केंद्रों पर पूर्व में कम मतदान हुआ है, वहां विशेष स्वीप अभियान चलाकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाए।
लॉ एंड ऑर्डर और सीमावर्ती क्षेत्रों की निगरानी सख्त
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी चेकपोस्टों की निगरानी सख्ती से की जाए।
घाटशिला विधानसभा के सीमावर्ती इलाकों पर विशेष ध्यान रखते हुए अवैध मादक पदार्थों का आवागमन, संदिग्ध धन की आवाजाही और आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया।

समीक्षा बैठक में मौजूद अधिकारी
इस अवसर पर आईजी ऑपरेशन झारखंड माइकल राज, डीआईजी पुलिस मुख्यालय अश्विन कुमार, डीआईजी कोल्हान अनुरंजन किस्पोट्टा, एसएसपी पूर्वी सिंहभूम पीयूष पांडेय, ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, देवदास दत्ता, जिला निर्वाचन पदाधिकारी–सह–उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी, एवं घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के ईआरओ, एईआरओ, उप निर्वाचन आपदाधिकारी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अंत में कहा —
“हर मतदाता तक पहुँचना, उन्हें सुविधा देना और पारदर्शी मतदान सुनिश्चित करना हमारा सर्वोच्च लक्ष्य है।”