नागपुर: ऑल इंडिया हाई कोर्ट एम्प्लॉइज़ फेडरेशन (AIHCEF) के राष्ट्रीय सम्मेलन में डॉ. (सुश्री) हर्षा प्रविण पाटिल AIHCEF President Elected के रूप में निर्वाचित हुई हैं। यह ऐतिहासिक बैठक शनिवार, 13 सितम्बर 2025 को नई दिल्ली के YWCA कॉन्स्टेंटानिया हॉल में संपन्न हुई। उनका निर्विरोध चुनाव कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच लंबे समय से उनके योगदान और विश्वास का परिणाम है।
डॉ. हर्षा पाटिल वर्तमान में बॉम्बे उच्च न्यायालय, नागपुर खंडपीठ की पुस्तकालयाध्यक्ष हैं और लंबे समय से कर्मचारी कल्याण गतिविधियों में सक्रिय रही हैं। इससे पहले वे गजेटेड ऑफिसर्स एसोसिएशन की महासचिव रह चुकी हैं और वर्तमान में उच्च न्यायालय मंत्रीमंडलीय कर्मचारी सहकारी संस्था, नागपुर खंडपीठ की कोषाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं।
Also Read:
Shreyas Iyer ने इंडिया A की कप्तानी छोड़ी, ऑस्ट्रेलिया ए मैच से अचानक बाहर हुए
इस सम्मेलन में नागपुर खंडपीठ के दो अन्य अधिकारी भी चुने गए—Vaibhavdeep Jais को कोषाध्यक्ष और Sachin Kondekar को सचिव के रूप में। कुल मिलाकर नागपुर खंडपीठ से नौ अधिकारी और कर्मचारी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल हुए। बैठक की अध्यक्षता श्री विनोद फड़के ने की, जबकि श्री राजीव राऊत (अध्यक्ष, गजेटेड ऑफिसर्स एसोसिएशन), सुश्री अनघा पोहाने, सुश्री नीतू कोगड़े, श्री हर्षल नेरकर, श्री प्रफुल्ल मेंढे और श्री दीपक मोरे प्रतिनिधि के रूप में उपस्थित रहे।
डॉ. हर्षा पाटिल के AIHCEF President Elected होने से नागपुर खंडपीठ की प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई है और पूरे देशभर के उच्च न्यायालयों में कर्मचारियों के हितों और कल्याण को नई दिशा मिलेगी। उनकी प्राथमिकताएं कर्मचारी सुरक्षा, स्वास्थ्य, शिक्षा और कार्यस्थल सुधार सुनिश्चित करना हैं।
डॉ. पाटिल ने अपने भाषण में कहा, “हमारा लक्ष्य है कि सभी उच्च न्यायालय कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा हो और उनकी पेशेवर व व्यक्तिगत प्रगति के लिए संगठन काम करे।” उनके नेतृत्व में कर्मचारियों के हितों और कल्याण संबंधी योजनाओं को और मजबूती मिलेगी।
वेब स्टोरी:
देशभर के विभिन्न उच्च न्यायालयों के अधिकारी और कर्मचारी डॉ. हर्षा पाटिल के नेतृत्व की सराहना कर रहे हैं और उनकी नई पहल से पूरे संगठन में उत्साह और सहयोग की भावना देखने को मिल रही है।
नागपुर खंडपीठ की यह उपलब्धि न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि स्थानीय स्तर पर भी गर्व का विषय बन गई है। अधिकारी और कर्मचारी सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों के माध्यम से इस ऐतिहासिक सफलता का जश्न मना रहे हैं।