बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ आए दिन होने वाली घटनाओं ने एक बार फिर से विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां बिजली बिल की वसूली करने गए विद्युत विभाग के अधिकारियों के साथ एक चाय विक्रेता ने मारपीट की। यह घटना तब हुई जब अधिकारी बकाया बिजली बिल की रिकवरी करने के लिए दुकान पर पहुंचे थे। घटना के बाद जरी पका पुलिस स्टेशन में चाय वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।
घटना का पूरा विवरण
विद्युत विभाग की टीम नियमित बिल वसूली अभियान के तहत उन दुकानदारों और व्यापारियों से संपर्क कर रही थी जिन्होंने लंबे समय से बिजली का बिल जमा नहीं किया था। इसी क्रम में टीम एक चाय की दुकान पर पहुंची जहां काफी समय से बिजली बिल बकाया था। जब अधिकारियों ने दुकानदार से बकाया राशि की मांग की तो शुरुआत में तो बातचीत सामान्य रही लेकिन धीरे-धीरे स्थिति बिगड़ने लगी।
चाय विक्रेता ने बिल भुगतान करने से इनकार कर दिया और अधिकारियों के साथ बहस करने लगा। जब अधिकारियों ने नियमानुसार कार्रवाई की बात कही तो दुकानदार आक्रामक हो गया। उसने विभाग के कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी और गाली-गलौज करने लगा। स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश में अधिकारियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बिजली कर्मचारियों की सुरक्षा का सवाल
यह घटना केवल एक अकेली घटना नहीं है बल्कि बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ होने वाली हिंसा की एक लंबी श्रृंखला का हिस्सा है। देश भर में बिजली बिल वसूली के दौरान कर्मचारियों पर हमले की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। कई बार तो कर्मचारियों को गंभीर चोटें भी आई हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विभाग अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था कर रहा है।
विभाग के कर्मचारी अक्सर बिना किसी सुरक्षा के मैदान में काम करते हैं। उन्हें न तो पुलिस सुरक्षा मिलती है और न ही कोई अन्य सुरक्षा व्यवस्था। जब वे बकायेदारों के पास जाते हैं तो उन्हें तरह-तरह की धमकियों का सामना करना पड़ता है। कुछ मामलों में तो बकायेदार इतने आक्रामक हो जाते हैं कि कर्मचारियों की जान को खतरा हो जाता है।
पुलिस में दर्ज हुई शिकायत
घटना के तुरंत बाद विद्युत विभाग के अधिकारियों ने जरी पका पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में चाय विक्रेता पर हमला करने, काम में बाधा डालने और सरकारी कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य पालन से रोकना और हमला करना शामिल है। पुलिस जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवाई करेगी।
बिजली चोरी और बकाया बिल की समस्या
इस घटना ने एक बार फिर से बिजली चोरी और बकाया बिल की गंभीर समस्या को उजागर किया है। देश में लाखों उपभोक्ता ऐसे हैं जो नियमित रूप से बिजली बिल का भुगतान नहीं करते। कुछ लोग जानबूझकर बिल नहीं भरते जबकि कुछ लोग बिजली चोरी में लिप्त रहते हैं।
बिजली विभाग को हर साल करोड़ों रुपये का नुकसान बकाया बिलों और बिजली चोरी के कारण होता है। इससे न केवल विभाग को आर्थिक नुकसान होता है बल्कि नियमित बिल भरने वाले ईमानदार उपभोक्ताओं पर भी अतिरिक्त बोझ पड़ता है। विभाग को इस समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकारी कर्मचारियों के साथ हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। ऐसे मामलों में त्वरित सुनवाई और कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए ताकि दूसरे लोग इस तरह की हरकत करने से पहले सौ बार सोचें।
साथ ही विभाग को भी अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए ठोस उपाय करने होंगे। बिल वसूली के समय पुलिस सुरक्षा की व्यवस्था, कैमरे से रिकॉर्डिंग और आपातकालीन हेल्पलाइन जैसी सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए।
विभाग का रुख
इस घटना के बाद विद्युत विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा है कि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जो भी व्यक्ति विभाग के कर्मचारियों के साथ मारपीट या दुर्व्यवहार करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि बकाया बिल की वसूली का अभियान जारी रहेगा और किसी भी तरह की धमकी या हिंसा से विभाग पीछे नहीं हटेगा। साथ ही विभाग अपने कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त उपाय करने पर विचार कर रहा है।
समाज की जिम्मेदारी
यह घटना समाज के लिए भी एक सबक है। सरकारी कर्मचारी अपना कर्तव्य निभा रहे होते हैं और उनके साथ इस तरह का व्यवहार किसी भी तरह से उचित नहीं है। बिजली बिल भरना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और इससे बचने की कोशिश करना गलत है।
अगर किसी को बिल में कोई आपत्ति है या भुगतान में कोई समस्या है तो उसे सही तरीके से विभाग से संपर्क करना चाहिए। हिंसा का रास्ता कभी भी समाधान नहीं हो सकता। समाज में कानून का राज होना चाहिए और हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारियां समझनी चाहिए।
चाय विक्रेता द्वारा बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ की गई मारपीट की यह घटना चिंताजनक है। यह दर्शाता है कि सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर व्यवस्था की जरूरत है। साथ ही बिजली चोरी और बकाया बिल की समस्या से निपटने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। पुलिस द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद अब कानून अपना काम करेगा और आरोपी को सजा मिलेगी। यह घटना एक संदेश है कि कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।