मुंबई, महाराष्ट्र:
महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की शुरुआत होते ही पूरे राज्य में भक्तिभाव और उत्साह का माहौल बन गया है। खासकर मुंबई के प्रसिद्ध लालबाग के राजा की गणेश मूर्ति को लेकर इस बार भी लोगों में जबरदस्त आस्था और उमंग देखी जा रही है।
लालबाग के राजा का दरबार भक्तों के लिए किसी तीर्थस्थल से कम नहीं है। सुबह से ही श्रद्धालु लंबी कतारों में खड़े होकर घंटों इंतजार करते हैं। उनका मानना है कि लालबाग के राजा उनकी मनोकामनाएँ पूरी करते हैं। यही कारण है कि देश-विदेश से लाखों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं।
मूर्तिकारों की बेजोड़ कला और सजावट लोगों का ध्यान आकर्षित कर रही है। भक्ति गीत, ढोल-ताशों की गूंज और पारंपरिक नृत्य पूरे क्षेत्र में उत्सव का माहौल बनाए हुए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने विशेष इंतज़ाम किए हैं और भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
गणेशोत्सव केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक भी बन गया है। हर तरफ़ यही आवाज़ सुनाई दे रही है – “गणपति बप्पा मोरया, मंगलमुर्ति मोरया!”