Maharashtra Assembly Winter Session: नागपुर में चल रहे महाराष्ट्र विधानसभा के शीतकालीन अधिवेशन में मंगलवार का दिन कई अहम घोषणाओं और सरकारी जवाबों के नाम रहा। सदन में उठे प्रश्नों के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और मंत्री अतुल सावे ने राज्य से जुड़े कई संवेदनशील, सामाजिक और प्रशासनिक मुद्दों पर स्पष्ट रुख और ठोस घोषणाएँ कीं। यह दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि कई ऐसे विषय सदन में उठे, जो प्रत्यक्ष रूप से आम जनता, छात्रों, महिलाओं और किसानों के जीवन से जुड़े हुए हैं।
विधानसभा के इस सत्र को देखते हुए यह साफ समझ आता है कि सरकार अब कई लंबित मुद्दों पर निर्णायक रुख अपनाने के मूड में है। चाहे बात गुटखा बंदी कानून की कठोरता की हो या बालिका छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था की—सदन की कार्यवाही ने यह संकेत दिया कि आने वाले महीनों में प्रशासनिक स्तर पर कई बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
गुटखा बंदी के लिए और कड़ा होगा कानून
सत्र के दौरान सबसे अधिक ध्यान खींचने वाला विषय गुटखा बंदी था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सदन में स्पष्ट कहा कि गुटखा बंदी से जुड़े कानून में संशोधन किया जाएगा और इसे और अधिक कड़ा बनाया जाएगा। राज्य सरकार की इस कठोर नीति के पीछे तर्क यह है कि गुटखा और तंबाकू के बढ़ते दुष्प्रभावों से युवाओं को बचाना अब समय की मांग है।
मुख्यमंत्री ने यह भी संकेत दिए कि आने वाले समय में कानून का ढांचा और दंडात्मक प्रावधान अधिक प्रभावी होंगे, ताकि अवैध व्यापार करने वालों पर रोक लग सके। राज्य में गुटखे की तस्करी और अवैध बिक्री किसी से छिपी नहीं है। कई जिलों से आ रही खबरों में देखा है कि गुटखा भले ही प्रतिबंधित हो, पर उसकी उपलब्धता कभी खत्म नहीं हुई। ऐसे में इस संशोधन ने उम्मीद जगाई है कि वास्तविक रूप से प्रतिबंध लागू हो सकेगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल पर स्थापित होगी भव्य प्रतिमा
सदन की चर्चा का दूसरा अहम बिंदु मुंबई के प्रतिष्ठित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल से जुड़ा था। मुख्यमंत्री फडणवीस ने घोषणा की कि सीएसएमटी पर छत्रपति शिवाजी महाराज की एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
यह निर्णय सांस्कृतिक महत्व के साथ-साथ महाराष्ट्र की ऐतिहासिक विरासत को और अधिक मजबूत करने की पहल माना जा रहा है। राज्य के कई नागरिक संगठनों द्वारा लंबे समय से यह मांग उठाई जा रही थी। अधिवेशन में इस घोषणा के बाद इसे साकार होने की उम्मीद बढ़ गई है।
ओबीसी छात्रों के लिए 65 नए छात्रावास
शिक्षा और छात्र कल्याण से जुड़े मुद्दों पर भी सदन में विस्तृत चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य में ओबीसी विद्यार्थियों के लिए अब तक 65 छात्रावास शुरू किए जा चुके हैं। इसके अलावा जिन जिलों में अभी छात्रावास शुरू नहीं हुए हैं, वहां स्थान चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
मंत्री अतुल सावे ने बालिका छात्रावासों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठे प्रश्नों पर कहा कि सुरक्षा को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि डेयरी विभाग की खाली पड़ी भूमि का उपयोग भी छात्रावासों के लिए किया जाएगा, ताकि अधिक संख्या में सुरक्षित व व्यवस्थित भवन उपलब्ध कराए जा सकें।
फलटण की महिला डॉक्टर आत्महत्या प्रकरण: जांच जारी
फलटण की महिला डॉक्टर की आत्महत्या का मामला भी अधिवेशन में गूंजा। मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि इस मामले की विस्तृत जांच चल रही है और सरकार महिलाओं की सुरक्षा पर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच निष्पक्ष और समयबद्ध होगी।
फर्जी प्रमाणपत्र पर कड़ी कार्रवाई, UDID कार्ड अनिवार्य
मंत्री अतुल सावे ने जानकारी दी कि सरकारी कार्यालयों में UDID कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है और फर्जी प्रमाणपत्र धारकों पर कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। राज्य में फर्जी प्रमाणपत्र के मामलों के चलते वास्तविक दिव्यांग नागरिकों को कई बार परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह कदम व्यवस्था को पारदर्शी बनाएगा।