नागपुर: महाराष्ट्र की आर्थिक और औद्योगिक राजधानी कही जाने वाली नागपुर इस समय सुरक्षा एजेंसियों की कड़ी निगरानी में है। Nagpur ATS Action के तहत शनिवार को एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने शहर के कांपटी इलाके से दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि इनका Pakistan Connection हो सकता है। इस खुलासे ने न केवल स्थानीय प्रशासन बल्कि खुफिया एजेंसियों को भी अलर्ट पर ला दिया है।
Nagpur ATS Action: ATS की कार्रवाई और शुरुआती खुलासे
सूत्रों के मुताबिक, ATS (Anti-Terrorism Squad) को गुप्त सूचना मिली थी कि कांपटी इलाके में कुछ संदिग्ध लोग गतिविधियां चला रहे हैं। उसी आधार पर की गई छापेमारी में दो व्यक्तियों को पकड़ा गया। शुरुआती पूछताछ में दोनों के पास से कुछ अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस बरामद हुए हैं। इनमें पाकिस्तान से संपर्कों के संकेत मिले हैं।
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हालांकि ATS अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच शुरुआती चरण में है और हिरासत में लिए गए दोनों संदिग्धों से लगातार पूछताछ की जा रही है। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या वे किसी बड़े नेटवर्क का हिस्सा हैं और किस मकसद से नागपुर आए थे।
Pakistan Connection की गहराई से जांच
Nagpur ATS Action:: मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय खुफिया एजेंसियों को भी सूचना दे दी गई है। IB (Intelligence Bureau) और RAW जैसी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियां ATS के साथ मिलकर संदिग्धों की पृष्ठभूमि और गतिविधियों की गहराई से जांच कर रही हैं। सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, जांच इस बात पर केंद्रित है कि क्या हिरासत में लिए गए लोग किसी sleeper cell का हिस्सा हैं या फिर किसी आतंकी संगठन से सीधे जुड़े हुए हैं।
नागपुर क्यों है फोकस में?
यह सवाल भी उठ रहा है कि आखिर नागपुर जैसे शहर को क्यों चुना गया। दरअसल, नागपुर न केवल महाराष्ट्र का भौगोलिक केंद्र है बल्कि राजनीतिक और सामरिक दृष्टि से भी अहम माना जाता है। यहां राष्ट्रीय स्तर के कई संगठन मुख्यालय संचालित करते हैं और बड़ी औद्योगिक परियोजनाएं भी चल रही हैं। ऐसे में अगर पाकिस्तान समर्थित किसी नेटवर्क की सक्रियता यहां पाई जाती है तो यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है।
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सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता
दोनों संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद ATS और स्थानीय पुलिस ने कांपटी सहित आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। संभावित hideouts की तलाश की जा रही है। खुफिया एजेंसियों ने भी शहर में surveillance और बढ़ा दिया है। बताया जा रहा है कि दोनों संदिग्धों से मिले डिजिटल सबूतों को फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है ताकि उनके वास्तविक नेटवर्क और गतिविधियों का खुलासा हो सके।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
Nagpur ATS Action: मामले के सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में भी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने सरकार से सवाल उठाए हैं कि सुरक्षा तंत्र की मौजूदगी के बावजूद इस तरह की गतिविधियां कैसे हो रही हैं। वहीं, सरकार ने कहा है कि किसी भी साजिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा और ATS पूरी सख्ती से जांच कर रही है।
Nagpur ATS Action: आगे की दिशा
फिलहाल दोनों संदिग्धों की पहचान सार्वजनिक नहीं की गई है ताकि जांच प्रभावित न हो। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि आने वाले दिनों में इससे जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। अगर Pakistan Connection की पुष्टि होती है, तो यह मामला देशव्यापी सुरक्षा चिंता का विषय बन सकता है।