अमृत दुर्गोत्सव 2025: महाराष्ट्र में दुर्गप्रेमियों के लिए नया उत्सव
नागपुर, दिनांक 24: दिवाली के शुभ अवसर पर महाराष्ट्र में दुर्गप्रेमियों के लिए विशेष उत्सव “अमृत दुर्गोत्सव 2025” का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 ऐतिहासिक किलों को सम्मान देने और महाराष्ट्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करने हेतु किया जा रहा है।
यह उत्सव राज्य में स्थित सभी दुर्गप्रेमियों को प्रेरित करता है कि वे अपने घरों में इन ऐतिहासिक किलों की सुंदर प्रतिकृति तैयार करें और राज्य की सांस्कृतिक धरोहर के प्रति अपनी श्रद्धा प्रदर्शित करें।
भागीदारी और पंजीकरण प्रक्रिया
इस लोकउत्सव में भाग लेने के लिए प्रतिभागियों को अपने द्वारा निर्मित किले की प्रतिकृति की फोटो www.durgotsav.com पर अपलोड करनी होगी। पंजीकरण और फोटो अपलोड करने की अंतिम तिथि 10 नवंबर निर्धारित की गई है।
प्रतिभागियों द्वारा भेजी जा सकने वाली किलों की सूची इस प्रकार है:
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रायगड
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सिंधुदुर्ग
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प्रतापगड
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साल्हेर
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सुवर्णदुर्ग
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पन्हाला
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लोहगड
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राजगड
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जिंजी
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विजयदुर्ग
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शिवनेरी
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खांदेरी
प्रतिभागी किसी भी किले की प्रतिकृति बना सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल और सभी के लिए सुलभ रखी गई है।
सम्मान और पुरस्कार
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के हस्ताक्षर वाला अभिनंदन पत्र प्रदान किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, “अमृत” संस्था की ओर से विशेष सम्मानित किया जाएगा।
संस्था का उद्देश्य है कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से राज्य के लोगों में ऐतिहासिक किलों के प्रति जागरूकता और प्रेम बढ़े। ऐसे आयोजनों से न केवल सांस्कृतिक विरासत संरक्षित होती है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को भी इसके महत्व का ज्ञान होता है।
सांस्कृतिक महत्व और पर्यटन के अवसर
अमृत दुर्गोत्सव न केवल स्थानीय नागरिकों के लिए, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक अनुसंधान के लिए भी महत्वपूर्ण है। इन किलों की प्रतिकृतियों के माध्यम से लोग न केवल इतिहास को याद करते हैं, बल्कि बच्चों और युवाओं को इतिहास से जोड़ने का अवसर भी मिलता है।
यह उत्सव महाराष्ट्र के प्रत्येक जिले में सांस्कृतिक गतिविधियों और प्रदर्शनों के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिससे राज्य का पर्यटन भी प्रोत्साहित होता है।
“अमृत दुर्गोत्सव 2025” एक ऐसा कार्यक्रम है जो महाराष्ट्र के दुर्गप्रेमियों को न केवल सम्मान प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपने सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने का अवसर भी देता है। प्रतिभागी इस उत्सव के माध्यम से अपने कौशल और इतिहास के प्रति अपनी निष्ठा प्रदर्शित कर सकते हैं।
अधिक जानकारी और संपर्क के लिए प्रतिभागी वेबसाइट www.durgotsav.com पर जा सकते हैं या नीचे दिए गए फोन नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं:
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7387349655
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9096315165
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9146155231
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7972797432