धंतोली में अपराधियों की दबंगई, हफ्ता वसूली से फैली दहशत
नागपुर शहर के धंतोली थाना क्षेत्र में अपराधियों की दबंगई का ताजा मामला सामने आया है। तड़ीपारी की अवधि पूरी होने के कुछ ही दिनों बाद दो पेशेवर अपराधियों ने फिर से इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश की। इन अपराधियों ने एक मजदूर से जबरन पैसे छीन लिए और हर महीने हफ्ता देने की धमकी दी।
तड़ीपारी खत्म होते ही शुरू की गुंडागर्दी
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी का नाम प्रफुल्ल फूलचंद पाटिल (30), निवासी प्रियंका वाड़ी, धंतोली है। उसका साथी संदीप वर्मा, निवासी बेलतरोड़ी, फिलहाल फरार है। दोनों ही अपराधी पहले से पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हैं और तड़ीपार घोषित किए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों की तड़ीपारी की अवधि 26 अक्टूबर को समाप्त हुई थी। लेकिन उसके महज तीन दिन बाद, यानी 30 अक्टूबर को, दोनों ने फिर से अपराध की राह पकड़ ली।
युवक से छीने दो हजार, हर महीने मांगा हफ्ता
उस दिन दोनों अपराधियों ने चूना भट्ठी निवासी विजय पुल्लेवार को रास्ते में रोक लिया। विजय एक साधारण पेंटर है और अपने परिवार का पालन-पोषण इसी काम से करता है। अपराधियों ने उसकी जेबें टटोलनी शुरू कीं और करीब 2,000 रुपये नकद छीन लिए। इसके बाद उन्होंने धमकी दी कि “अगर इलाके में रहना है, तो हर महीने 5,000 रुपये हफ्ता देना होगा।”
विजय ने इस घटना की शिकायत धंतोली पुलिस थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
एक गिरफ्तार, दूसरा अब भी फरार
धंतोली पुलिस ने प्रफुल्ल पाटिल को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका साथी संदीप वर्मा अब भी फरार है। पुलिस का कहना है कि दोनों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें जबरन वसूली, धमकी और चोरी का प्रयास शामिल है।
संदीप की तलाश में बेलतरोड़ी और धंतोली पुलिस की संयुक्त टीम अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर रही है।
इलाके में फैली दहशत, नागरिकों ने मांगी सख्त कार्रवाई
इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि ऐसे अपराधी बार-बार जेल से बाहर आकर समाज में डर का माहौल पैदा करते हैं। लोगों ने पुलिस प्रशासन से गुंडा तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और रात की गश्त बढ़ाने की मांग की है।
पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई
धंतोली थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी से पूछताछ जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि क्या उसने पहले भी किसी से हफ्ता वसूला था। उन्होंने कहा कि “अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और फरार आरोपी को जल्द पकड़ा जाएगा। क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है।”
अपराधियों की पुरानी पृष्ठभूमि
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, प्रफुल्ल पाटिल और संदीप वर्मा दोनों पर पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। तड़ीपारी के दौरान दोनों पर निगरानी रखी जा रही थी, लेकिन जैसे ही उनकी अवधि समाप्त हुई, उन्होंने फिर से गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होना शुरू कर दिया। यह घटना यह दर्शाती है कि अपराधियों पर तड़ीपारी जैसी सज़ा के बावजूद सुधार नहीं हो रहा है।
प्रशासन के लिए चुनौती बनी अपराध पुनरावृत्ति
शहर में अपराधियों के दोबारा सक्रिय होने की यह प्रवृत्ति पुलिस और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बन गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि केवल तड़ीपारी से समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकलता, बल्कि अपराधियों के पुनर्वास और निगरानी के ठोस उपाय करने की आवश्यकता है।