दर्दनाक दुर्घटना का वर्णन
नागपुर जिले के उमरेड बायपास पर गुरुवार सुबह एक हृदयविदारक सड़क दुर्घटना ने पूरे क्षेत्र को स्तब्ध कर दिया। बुटीबोरी पुलिस थाना अंतर्गत थाना-खापरी मार्ग पर यह भयंकर दुर्घटना हुई, जिसमें पिता और पुत्री की मौके पर ही मृत्यु हो गई। मृतकों की पहचान लावा सोनूजी बरसागड़े और उनकी पुत्री सलोनी लावा बरसागड़े के रूप में हुई है। दोनों चिखली गांव के निवासी थे और पवनी तहसील के आध्याल गांव से लगभग तीन किलोमीटर की दूरी पर रहते थे।
घटना का समय और स्थान
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुबह लगभग 6:30 बजे पिता-पुत्री दोपहिया वाहन से चिखली से वर्धा की ओर जा रहे थे। सलोनी अपने चचेरे भाई के घर भाई दूज मनाने जा रही थी। इसी समय उमरेड बायपास के पास एक अज्ञात ट्रक ने उनके वाहन को जोरदार टक्कर मारी। इस दुर्घटना के कारण दोनों की तुरंत मृत्यु हो गई और ट्रक चालक घटनास्थल से फरार हो गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
दुर्घटना की सूचना मिलते ही बुटीबोरी पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए एम्स अस्पताल भेजा और दुर्घटना का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने ट्रक चालक की खोज के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है और सभी मार्गों पर तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
परिजनों और क्षेत्रवासियों का शोक
इस दर्दनाक हादसे से पूरे चिखली और आसपास के गांव में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों और ग्रामीणों का कहना है कि पिता-पुत्री बेहद प्रेमपूर्ण परिवार के सदस्य थे और सलोनी की शादी के बाद भी उनके परिवार में भाई दूज का उत्सव मनाने की परंपरा निभाई जाती थी।
सड़क सुरक्षा और जिम्मेदारी
विशेषज्ञों का कहना है कि नागपुर जिले में सड़क सुरक्षा पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता। उमरेड बायपास जैसी प्रमुख मार्गों पर ट्रकों और भारी वाहनों की गति अवैध रूप से अधिक रहती है, जिससे इस प्रकार की दुर्घटनाएं बढ़ती हैं। प्रशासन से आग्रह किया जा रहा है कि सड़क मार्गों पर सुरक्षा उपकरणों और यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करवाया जाए।
सामाजिक और भावनात्मक प्रभाव
इस दुर्घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे समुदाय पर गहरा प्रभाव डाला है। स्थानीय विद्यालयों और सामाजिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया और मृतक परिवार को हर संभव सहायता देने की घोषणा की। विशेषज्ञ मानते हैं कि सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या के कारण समाज में सुरक्षा और जागरूकता का भाव अत्यंत आवश्यक है।
इस तरह की दुखद घटनाएं यह स्पष्ट करती हैं कि सड़क सुरक्षा केवल प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिक की जिम्मेदारी भी है। परिवार और समाज के लिए भाई दूज जैसे पावन अवसर भी कभी-कभी इस तरह की अनहोनी घटनाओं से कष्टकारी बन सकते हैं। नागपुर पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे इस प्रकार की दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं और अपराधी ट्रक चालक को जल्द गिरफ्तार करें।